गरियाबंद

धान उठाव की धीमी गति से प्रबंधक व किसान चिंतित
28-Dec-2024 3:40 PM
धान उठाव की  धीमी गति से प्रबंधक व  किसान चिंतित

जगह नहीं, एक सप्ताह से खरीदी बंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 28 दिसंबर।
गरियाबंद जिला में धान खरीदी की बात करे तो यह सुचारू रूप से चल रहा था, पर धान के उठाव की बारी आई तो अब धान का उठाव सुचारू रूप से नहीं चल पा रहा है। मुश्किल से मुश्किल जिले के कुछ धान फंडों में 3 से 4 गाड़ी ही पहुंच पा रही है, जिससे कि बहुत कम मात्रा में धान का उठाव हो रहा है।

प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है की धान खरीदी शुरू होने के बाद 72 घंटे में धान का उठाव करवाए पर यह हो नहीं पाया। जब जिले के धान फंडों में धान का जमाव बढ़ता गया तब प्रबंधकों ने चिंता जताते हुए धान के उठाव के लिए प्रशासन से निवेदन किए। तब जाकर टीओ डीओ कटा, पर प्रबंधक अब भी चिंतित थे क्यों कि टीओ डीओ तो कट गया पर धान के उठाव के लिए गाडिय़ां नहीं लग पा रही थी। 

जब धान फंडों में खरीदी के लिए जगह नहीं बच पाया तो प्रबंधकों ने मीटिंग रखा और निर्णय लिया कि जब तक धान का उठाव नहीं हो जाता तब तक धान खरीदी बंद रहेगा। प्रबंधकों के इस निर्णय के बाद ही जिले के अनेक  धान फंडों में गाडिय़ां लगनी शुरू हो गई, जिसके बाद लगा की अब धान खरीदी नहीं रुकेगी और कुछ ही दिनों में धान खरीदी शुरू हो जाएगा,  पर हुआ कुछ और दरअसल जब छत्तीसगढ़ प्रतिनिधि धान खरीदी केंद्रों में गए तो पता चला कि धान के उठा के लिए सिर्फ 4 से 6 गाड़ी का डीओ , टीओ कट जरूर किंतु गाडिय़ां नहीं लग पाई पाई है जिससे बहुत कम मात्रा में धान का उठाव हुआ है। 

ज्ञात हो कि आज के साथ लगभग एक सप्ताह हो गए है धान खरीदी को बंद किए हुए , लेकिन अब तक धान फंडों में धान खरीदी के लिए सिर्फ 2 से 3 दिनों के लिए ही जगा खाली हो पाई है। एक तरफ जहां गरियाबंद जिला के कलेक्टर धान खरीदी को लेकर हो या अन्य किसी विषय पर लगातार मीटिंग ले  आवश्यक निर्देश संबंधित विभागीय अधिकारियों को दिए जाता रहा पर इसका निष्कर्ष आप देख सकते है किस प्रकार से मिलता है। अबतक कुल 2 लाख 80 हजार 610.64 मेट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है, याने की एक अच्छे मात्रा में धान की खरीदी की गई है, पर धान का उठाव बिल्कुल न के बराबर है। लेकिन गरियाबंद के अधिकारीगण इस बात को लेकर चिंतित नहीं है।

वहीं कुछ प्रबंधक इस बात को लेकर चिंतित है कि अगर धान खरीदी की तारीख नहीं बढ़ी तो इतने कम समय में हम धान खरीदी कैसे पूर्ण कर पाएंगे। उधर जिला के किसान भी काफी चिंतित है कि कब धान खरीदी शुरू होगी। हमारा इस समाचार को लिखने का उद्देश्य सिर्फ यही है कि प्रशासन और सजकता से धान का उठाव कराए ताकि धान खरीदी में किसी प्रकार की रुकावट न आ सके।


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