गरियाबंद

परमात्मा को मानने से पहले परमात्मा को जानना जरूरी
18-Sep-2024 8:55 PM
परमात्मा को मानने से पहले परमात्मा को जानना जरूरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

नवापारा-राजिम, 18 सितंबर। गोबरा नवापारा के सिंधी कॉलोनी स्थित झूलेलाल मंदिर में सत्संग का आयोजन किया गया, जिसमें लुधियाना (पंजाब) से आये संत एच.एस. चावला ने निरंकारी विचार-धाराओं पर प्रकाश डालते हुए जन-जन को संदेश दिया कि परमात्मा को मानने से पहले परमात्मा को जानना जरूरी है।

उन्होंने बताया कि मानव जीवन का मुख्य उद्देश्य रमे हुए राम की जानकारी लेकर जीवन को जन्म और मृत्यु के चक से मुक्त करना है। और यह भी बतलाया कि जिस परमात्मा को हम याद करतें हैं। ये हमारे अन्तर्मन की अवस्था को जानते हुए भी हमें गले लगा रहा है। हिदायत भी दी गई है कि रब के घर आकर रब को मांगो, जग को ना मागो।

उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति ईश्वर ओर अच्छाई को साथ लेकर चलता है, उसे जीवन में कठिनाई नहीं होती। उन्होनें जीवन के उद्देश्य को समझाने के लिए उदाहरण दिया कि जैसे परीक्षा में समय सीमित होता है, वैसे ही जीवन का समय भी सीमित है। इससे पहले कि जीवन का समय पूरा हो, हमें जीवन के उद्देश्य को समझना चाहिए और सत्गुरू की शरण में जाना चाहिए। संत एच.एस.चावला ने जीवन के उद्देश्य को सहज और सरल व्याख्यानों से बताया। और संयोजक गांधी सचदेव ने सत्संग में आये सभी भक्तों का आभार व्यक्त किया और सत्संग से होने वाली लाभ की चर्चा अपनें विचारों में की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में भक्त गण शामिल हुए।


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