गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 26 मई । शासकीय प्राथमिक स्कूल प्रांगण भेंडरी संकुल केंद्र लोहरसी में संचालित पांच दिवसीय समर कैम्प के चतुर्थ दिवस पर 25 मई को अतिथियों द्वारा संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के छाया चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संस्था से सेवानिवृत्त हुए प्रधानपाठक योगानंद प्रसाद शर्मा थे। अध्यक्षता सरपंच मोहनलाल साहू ने की। विशेष अतिथि के रूप में संकुल समन्वयक लोहरसी दुलेश्वर सिन्हा, प्रधान पाठक चंद्रभूषण साहू, पत्रकार उरेन्द्र साहू, उपाध्यक्ष शाला प्रबंधन समिति वेदलता गोस्वामी उपस्थित रहे। शिक्षक टीकूराम ध्रुव एवं योग प्रशिक्षिका मीनाक्षी ध्रुव द्वारा मेडिटेशन, योग, ध्यान, आसन एव सरल व्यायाम के विभिन्न प्रकार को सरलता एवं सहजता पूर्वक करवाया गया।
तत्पश्चात मिट्टी से खिलौने निर्माण करने के कला से बच्चों को परिचित कराने रायपुरा रायपुर एवं ग्राम कुंडेल से पहुंचे माटी कला में दक्ष कुम्हार कैलाश चक्रधारी एवं गोवर्धन चक्रधारी द्वारा बच्चों को मिट्टी, इलेक्ट्रॉनिक चाक से परिचित कराते हुए बच्चों के मनपसंद खिलौने बनाकर दिखाया गया। आज समर कैम्प में उपस्थित लगभग 90 बच्चों, सरपंच, शिक्षक, ग्रामीणों को खिलौना बनाने प्रशिक्षित किया गया।
बच्चों के प्रिय खिलौना जाता, चुकी, पोरा, हडिय़ा, कुडेरा, गुल्लक, फ्लावर पाट, गमला, गैस, दिया, नादी, मटका, कलश, हाथी, गणेश, नदिया बैल, शिवलिंग, सिली सहित सैकड़ों की संख्या में विभिन्न खिलौने को इलेक्ट्रॉनिक चाक एवं हाथ से बनाकर दिखाया गया। प्राचीन समय मे सभी घरों में मिट्टी के बर्तन से भोजन बनाया जाता उन सभी पात्र बर्तनों को बनाकर भी दिखाया गया ताकि बच्चे अपने पूर्वजों द्वारा उपयोग किए बर्तनों का बारे में जान सके। साथ चक्रधारी बंधुओं द्वारा मिट्टी के क्षेत्र में काम कर सकते हैं।
आयोजक टीम की हुई सराहना
कार्यक्रम को संकुल समन्वयक दुलेश्वर सिन्हा द्वारा सम्बोधित करते हुए आज के समर क्लास में मिट्टी कला से बच्चों को अवगत कराने के लिए आयोजक टीम को बधाई दी गई। सरपंच मोहनलाल साहू भी शिक्षकों द्वारा बच्चों के प्रतिभा को आगे लाने किए जा रहे प्रयास की प्रशंसा कर विद्यालय एव बच्चों के विकास में हरसम्भव मदद देने आश्वस्त किया। कार्यक्रम का संचालन संस्था के प्रधान पाठक राज्यपाल शिक्षक सम्मान से पुरस्कृत भागचंद चतुर्वेदी द्वारा किया गया। समर क्लास को सफल बनाने में निरंतर योगदान देने वालों में प्रधानपाठक द्वय चन्द्रभूषण साहू, भागचंद चतुर्वेदी, शिक्षक लालजी सिन्हा, टीकूराम ध्रुव, रेखराम निषाद आदि शामिल हैं। माटी के खिलौने निर्माण को देखने पालक एवं बच्चे बहुत ही उत्साहित रहे।