गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 26 मई। आदिवासी महिला गेन्दू बाई की इलाज के दौरान मौत के बाद छुरा स्थित निजी अस्पताल को सीलबंद कर दिया गया है।
विदित हो कि इस मामले की खबरों का प्रकाशन लगातार अखबारों में किया जा रहा था। जिस पर संज्ञान लेते हुये सीएमएचओ गरियाबंद द्वारा जांच टीम गठित की गई थी। प्रथम दृष्टया अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही सामने आने के बाद, संचालक लक्ष्मी नारायण हॉस्पिटल छुरा को नोटिस जारी किया गया था।
जारी नोटिस में जवाब की अवधि समाप्त होने के बाद कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी गरियाबंद द्वारा निजी हॉस्पिटल के सील बंद का आदेश जारी किया गया। सीलबन्दी के लिये 7 डॉक्टरों की टीम गठित की गई, जिसमें पुलिस व राजस्व विभाग के अधिकारी भी सम्मिलित रहे।
सीएमएचओ द्वारा जारी आदेश के अनुसार प्राथमिक जांच में प्रथम दृष्टिया उक्त अस्पताल की लापरवाही प्रतीत होती है, जिसके फलस्वरूप तत्काल अस्पताल को सीलबन्द किया जाता है।
सीलबंद की कार्रवाई में डॉ. जी एस ध्रुव, डॉ ए के हुमने, डॉ. हरीश चौहान, डॉ. कीर्तन साहू, डॉ. लक्ष्मीकांत जांगड़े, डॉ. देवेश मिश्रा, डॉ. सोमेश्वर ठाकुर तथा छुरा थाने के टीआई दिलीप मेश्राम, तहसीलदार सतरूपा साहू, नायब तहसीलदार योगेंद्र देवांगन आदि सम्मिलित रहे।