गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 25 मई। छत्तीसगढ़ स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड रायपुर द्वारा 400/220 केवी उपकेंद्र कुरूद (थूहा) से 220 केवी उपकेंद्र कोमा तक 220 केवी डीसी डीएस विद्युत लाइन निर्माण किया जा रहा है। जिसका ठेका आरएस. इंफ्रा प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड नई दिल्ली को दिया गया है।
उक्त कंपनी द्वारा लाइन निर्माण हेतु कृषकों व भू स्वामियों की निजी जमीनों पर बिना किसी पूर्व सूचना के मनमाने ढंग से बिजली का टावर खड़े किया जा रहा है। इन टावरों में हाई टेंशन बिजली तार लगाया जाना है। ताजा मामला शहरी सीमा के अंतर्गत छांटा ग्राम से लगे हुए डबरी का है जहां डबरी में ही टावर खड़े कर दिया गया है। टावर के दो खंबे डबरी में लगा दिए गए हैं जबकि दो खंभों को निजी भूमि में लगाया गया है। इससे करंट का भी खतरा रहेगा। परंतु ठेका कंपनी द्वारा आम जनता के जीवन को दांव पर लगा कर खुले आम टावर खड़े किया जा रहा है।
ज्ञात हो कि निजी भू स्वामियों को उनकी भूमि के बदले क्षतिपूर्ति दिया जाना है, परंतु बिना क्षतिपूर्ति के भुगतान किए मन माने ढंग से टावर खड़े करने का कार्य जारी है।


