गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 25 अक्टूबर। नवापारा सहित अंचल में मंगलवार को असत्य पर सत्य की जीत का पर्व विजयादशमी (दशहरा) धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान उपस्थित भीड़ ने जय श्री राम के नारे लगाते रहे। नवापारा नगर के हाई स्कूल मैदान में दशहरा उत्सव कार्यक्रम में भारी संख्या में लोगों को भीड़ रही। रावण दहन के दौरान भव्य आतिशबाजी की गई।
दशहरा उत्सव समिति नवापारा द्वारा हाईस्कूल के विशाल मैदान में 51 फीट रावण का दहन किया गया। दहन के दौरान उपस्थित जनसमुदाय द्वारा भगवान श्रीराम की जय-जय कार होती रही। पूरा मैदान जय श्री राम के जयजयकार से गुंजायमान हो रहा था। भगवान श्रीराम की महाआरती के साथ आतिशबाजी किया गया। रावण दहन के पहले ग्राम छाटा के रामायण कलाकार द्वारा आकर्षक रामलीला का मंचन किया गया। वहीं छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम मोर संगवारी (कूलभूषण चंद्राकर, डौंडीलोहारा) की भव्य प्रस्तुति भी हुई। कार्यक्रम में अभनपुर क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी धनेन्द्र साहू, भाजपा प्रत्याशी इंद्र कुमार साहू, पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू, जिला पंचायत रायपुर के पूर्व अध्यक्ष अशोक बजाज, दशहरा उत्सव समिति के पदाधिकारी रतिराम साहू, अनिल जगवानी, नगर पालिका अध्यक्ष धनराज मध्यानी, पूर्व अध्यक्ष होरीलाल साहू, भाजपा नेता प्रसन्न शर्मा, जीत सिंग, सौरभ शर्मा, उमेश यादव, लोकनाथ सोनकर, रमेश तिवारी, मुकुंद मेश्राम, रामा यादव, मंगराज सोनकर, नागेन्द्र वर्मा, संजय साहू, राजा चावला, सौरभ सोनी सहित स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, पत्रकार एवं बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ रही।
शीतला पारा में हुआ शानदार रामलीला मंचन
नगर के शीतला पारा स्थित रावण भांठा में रेखराज चतुर्भुज राधा कृष्ण मंदिर ट्रस्ट के तत्वाधान में पारम्परिक रामलीला मंचन का आयोजन हुआ। मंदिर ट्रस्ट के मोहन अग्रवाल, गिरधारी अग्रवाल, गोपाल अग्रवाल सभी परिवार सहित पं. ब्रह्मदत्त शास्त्री द्वारा पूजा अर्चना की गई।
इस दौरान कुम्हार पारा से आए रामलीला मंडली के कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति दी। मंडली में आए भगवान श्रीराम के दल से राम के पात्र में जिनेंद्र चक्रधारी, लक्ष्मण भागवत चक्रधारी, अंगद लोकेश महार, सुग्रीव चंदन चौहान, जामवंत नरेश चक्रधारी, हनुमान बंटी प्रजापति आदि ने अपनी-अपनी भूमिका निभाई। इसी प्रकार रावण दल से रावण के पात्र में चेतन कुमार चौहान, मेघनाथ प्रीतम चौहान, कुंभकरण अजय कुंभकार, द्वारपाल अक्षय प्रजापति और बसंत चक्रधारी भी अपने-अपने वेशभूषाओं में सुसज्जित नजर आये। रामलीला के मंचन में दर्शक काफी लोटपोट हुए। अंत में रावण वध के पश्चात उपस्थित दर्शकों द्वारा वहां पर लगे सोन पत्ता को तोडक़र एक दूसरे को दशहरा पर्व की बधाई दी। रामलीला को सफल बनाने में भूषण चक्रधारी, विजय चौहान, प्रेम देवांगन, प्रकाश बयां, नूतन ताम्रकार, कौशल साहू, प्रमेन्द्र बयां, टीकम चक्रधारी, सीताराम सोनकर, रामाधार कहार एवं रामायण मंडली का विशेष सहयोग रहा।