गरियाबंद

नम आंखों से दी माता को विदाई, विसर्जन के दौरान भक्तों का छलका दर्द
25-Oct-2023 3:00 PM
नम आंखों से दी माता को विदाई, विसर्जन  के दौरान भक्तों का छलका दर्द

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 25 अक्टूबर।
सोमवार को जंवारा एवं दुर्गा मां की प्रतिमाओं का विसर्जन के लिए माता के भक्तों की भारी भीड़ रही है। शीतला तालाब जाने वाले मार्ग में हजारों देवी भक्त एवं नगरवासी मार्ग के दोनों किनारे खड़े होकर जंवारा एवं प्रतिमाओं को देखकर जयकारा लगाते रहे। नवमीं के पावन अवसर पर भक्तों ने नम आंखों के साथ मां आदि शक्ति को विदा किया। 

शारदीय नवरात्र के नौ दिनों के अनुष्ठान के बाद सोमवार को जब माता के विदाई की बेला आई, तो मां से दूर होने का गम कमोबेश हर भक्तों के अश्रुपूरित आंखें स्पष्ट बता रही थी। इस दौरान श्रद्धालुओं ने काफी मायूसी के साथ माता को विदा किया। अश्रुपूरित भक्तों की आंखे अंतिम विदाई के दौरान माता से सुख-समृद्धि और निरोग रहने की कामना कर रही थी। 

इस दौरान अभनपुर कांग्रेस प्रत्याशी धनेन्द्र साहू अपने समर्थकों के साथ विसर्जन कार्यक्रम में शामिल हुए। श्री साहू मां जगदम्बे का आशीर्वाद लेकर क्षेत्र के सुख समृद्धि की कामना। उनके साथ नगर पालिका अध्यक्ष धनराज मध्यानी, ब्लॉक अध्यक्ष सौरभ शर्मा, पूर्व उपाध्यक्ष जीत सिंग, चंद्रहास साहू, मंडी अध्यक्ष गोपेन्द्र ध्रुव, पार्षद हेमन्त साहनी, सभापति मंगराज सोनकर, अजय साहू, अनूप खरे, नवागांव सरपंच भागवत साहू, एल्डरमैन रामा यादव, मेघनाथ साहू, राकेश सोनकर, राजा चावला आदि मौजूद थे। 

विसर्जन करने देवी भक्त पहुंचे शीतला तालाब

विसर्जन के दौरान विभिन्न मुहल्लों, चौक-चौराहों के पंडालों में विराजित मां दुर्गा की प्रतिमाओं और जंवारा लेकर समिति वाले कतार बद्ध लगातार निकलते रहे। 
पूरा शहर देवी मां दुर्गा के जयकारों से गूंजता रहा। माता के सेवा एवं जसगीत गाते, ढोल-मजीरों के साथ एक तरफ जहां लोग झूप रहे थे, तो दूसरी ओर सिर पर जंवारा लिए युवतियों-महिलाओं की टोली कतारबद्ध होकर चल रही थी। बीच-बीच में कई ऐसे देवी मां के भक्तिन युवतियां एवं महिलाएं थी, जो इस दौरान जमीन पर लेटकर अपनी श्रद्धा प्रकट कर रहे थे।

जंवारा और कलश लिए महिलाओं की टोली इनके ऊपर से पार होकर जा रही थी। दुर्गा पंडालों से निकलने वाले माता की प्रतिमाओं को ट्रेक्टर, मेटाडोर अन्य वाहन में सवार कर नन्हें बच्चे, मुहल्ले की महिलाएं, देवी मां के भक्त और गालों में बाना लिए व्रती झूमते हुए चल रहे थे। तालाब के जिस घाट में विसर्जित करने की परंपरा रही है, उसी के अनुरूप एक-एक कर प्रतिमाओं तथा जंवारा को विसर्जन किया जा रहा था। शीतला तालाब मार्ग पर कई जगह ठंडा पेय और शुद्ध पानी का इंतजाम माता के भक्तों ने कर रखा था। 
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए थाना प्रभारी आशीष सिंह राजपूत के नेतृत्व में पुलिस जवान तालाब मार्ग पर तैनात थे। 
 


अन्य पोस्ट