गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 25 जून। भाजपा मंडल ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मनाते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर वक्ताओं ने उनके बलिदान पर प्रकाश डाला।
वक्ताओं ने कहा कि कहा कि डॉ मुखर्जी जम्मू कश्मीर को भारत का पूर्ण और अभिन्न अंग बनाना चाहते थे। उस समय जम्मू कश्मीर का अलग झंडा और संविधान था।डॉ. मुखर्जी ने नेहरू मंत्रिमंडल से त्यागपत्र देकर आंदोलन चलाया। उन्होंने तत्कालीन नेहरू सरकार को चुनौती दी तथा अपने निश्चय पर अटल रहे। अपने संकल्प को पूरा करने के लिए 1953 में जम्मू कश्मीर की यात्रा पर निकल पड़े। वहां पहुंचते हैं उन्हें गिरफ्तार कर नजरबंद कर दिया गया। 23 जून 1953 को षडयंत्र पूर्वक रहस्यमय परिस्थितियों में मृत्यु पर कार्यकर्ताओं ने रोष जाहिर करते हुए उनके बलिदान को अपुरणीय क्षति बताया एवं सभी ने उनके तैल चित्र पर पुष्पा अर्पित कर पुण्य स्मरण किया।
इस अवसर पर भाजपा जिला मंत्री परदेसी राम साहू, युवा नेता किशोर देवांगन, दयालु गाड़ा, अन्नपूर्णा देवांगन, मयाराम साहू, किसान मोर्चा के चेतन साहू, व्यास नारायण साहू, धनीराम, नेहरू साहू, नंदू, होलाराम, कैलाश साहू, जगदीश साहू, अमरसिंग, गजाधर साहू, पुराणिक साहू, रमाशंकर, यशवंत, गोवर्धन, रामावतार बंजारे, राजकुमार रात्रे, देवकुमार साहू, गुलशन साहू, जितेंद्र साहू, गोपेश्वर, सुरेश, मंच संचालन तोरण साहू एवं आभार नेहरू राम सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।