गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 27 फरवरी। निरंकारी बाबा हरदेव सिंह द्वारा समाज कल्याण हेतु जीवनपर्यन्त अनेक कार्य किए गए। जिसमें स्वच्छता, रक्तदान शिविर एवं वृक्षारोपण अभियान प्रमुख है। उन्हीं की शिक्षाओं से प्रेरणा लेते हुए प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष संत निरंकारी मिशन द्वारा निरंकारी सत्गुरु माता सुदीक्षा महाराज के निर्देशन में ‘अमृत महोत्सव स्वच्छ जल स्वच्छ मन का शुभारंभ किया गया।
सत्गुरु माता सुदीक्षा महाराज ने जल की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि परमात्मा ने हमें जो अमृत रूपी जल दिया है। हम सभी का कर्तव्य बनता है कि हम सब उसकी उसी तरह संभाल कर रखें। स्वच्छ जल के साथ-साथ मन का भी स्वच्छ होना आवश्यक है, क्योंकि इसी भाव के साथ हम संतों वाला जीवन जीते हुए सभी के लिए परोपकार का भी कार्य करते हैं। इस परियोजना के तहत देश भर के नदीयो एवं तालाबों में 27 राज्यों के 700 शहरों में 11 सौ अधिक जगहों पर एक साथ एक ही समय पर लाखों की संख्या में सेवादारों एवं नगर के स्वयंसेवकों ने इस सफाई अभियान में योगदान दिया।
इसी कड़ी में गोबरा नवापारा के नेहरू घाट एवं नदी मेला स्थल पर सुबह से ही 100 से अधिक सेवादारों ने नदी व आसपास फैले कचरे को एक जगह एकत्र किया एवं नगरपालिका की गाडिय़ों के सहयोग से उठाया गया।
इस दौरान हाइजीन एवं स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए शुरुआत में ही सेवादारों को हाथों में ग्लब्स एवं फेस मास्क मुहैया करवाए गए। परियोजना का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण तथा इसके बचाव हेतु अपनाई जाने वाली विभिन्न गतिविधियों की योजना बनाना एवं उन्हें क्रियान्वित रूप देना है।
इस परियोजना का मुख्य बिंदु जल निकायों की स्वच्छता एवं स्थानीय जनता के बीच जागरूकता अभियान के माध्यम से उन्हें प्रोत्साहित करना है। निरंकारी मिशन के राजिम ब्रांच के संयोजक गांधी सचदेव ने बताया कि संत निरंकारी चैरिटेबल का मानना है कि प्रदूषण शरीर के अंदर हो या बाहर दोनों ही जगह वह हानिकारक होता है। ऐसे प्रदूषण को खत्म करना ही हमारा उद्देश्य है। फाउंडेशन लगातार सक्रिय है यही कारण है कि मिशन के मानवता की सेवा के प्रति विशाल योगदान को मान्यता प्रदान करते हुए भारत सरकार ने सितंबर 2015 ने स्वच्छ भारत अभियान का ब्रांड एंबेसडर घोषित किया है।