गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 23 अगस्त। कर्मचारी-अधिकारी अपनी दो सूत्रीय प्रमुख मांगों को लेकर निरंतर संघर्ष करते आ रही है जिस संबंध में विभिन्न माध्यमों से जायज मांगों को पूरा करने हेतु लगातार संपर्क बनाये रखने पश्चात भी राज्य शासन की हठधर्मिता से अधिकारी-कर्मचारी बाध्य होकर अनिश्चितकालीन आंदोलन में बैठ गए हैं।
सोमवार को दो सूत्रीय मांगों को प्रांतीय आव्हान पर जिले के कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के समस्त अधिकारी कर्मचारी स्थानीय गाँधी मैदान में अनिश्चितकालीन हड़ताल में बैठ गये जिससे कार्यालय सूने रहे। तहसीलदार संघ एवं न्यायालीन संघ के अधिकारी-कर्मचारी भी अनिश्चितकालीन हड़ताल में शामिल हुए।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन जिला गरियाबंद के जिला संयोजक प्रदीप कुमार वर्मा ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा 15 अगस्त 2022 अमृत महोत्सव के पावन पर्व पर कर्मचारी अधिकारी हित में केन्द्र के समान देय तिथि से महंगाई भत्ता व सातवें वेतनमान अनुसार गृह भाड़ा भत्ता की स्वीकृति प्रदान करेगें। लेकिन राज्य सरकार द्वारा जयचंदो के साथ मिलकर कर्मचारियों के बीच फूट डालने का प्रयास किया गया है जिसका प्रमाण सिर्फ 6 प्रतिशत की मंहगाई भत्ता बढ़ाना है। राज्य शासन द्वारा आंदोलनरत साथियों के भावना के साथ खेलने का प्रयास है जिसका परिणाम है कि आज राज्य भर के समस्त अधिकारी-कर्मचारी अनिश्चितकालीन आंदोलन में हैं।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय आह्वान पर 22 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल के फैसले पर कायम रहते हुए जिला गरियाबंद अंतर्गत प्रत्येक ब्लॉक मुख्यालयो में हड़ताली साथी भारी संख्या में उपस्थित होकर राज्य शासन के हठधर्मिता व दो सूत्रीय मांग को लेकर आदोंलन को तेज करने का संकल्प लेते हुए मांग पूरा होने तक हड़ताल में चले गये हैं। छत्तीसगढ क़र्मचारी-अधिकारी फेडरेशन जिनको 80 संगठनों का संमर्थन प्राप्त है जिसमें न्यायालय संघ एवं तहसीलदार संघ के शामिल होने से फेडरेशन के साथियों दोगुने जोश का संचार हुआ है।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन जिला गरियाबंद में जिला एवं ब्लॉक स्तर पर सक्रिय 31 संगठन के सदस्य शामिल हुए जिनकी उपस्थिति प्रमुख मांगों को पूर्ण होने की सफलता को परीलक्षित करता है।
अनिश्चितकालीन आंदोलन के प्रथम दिवस लिपिक संघ के साथियों का हड़ताल मे उपस्थिति को लेकर संशय बना हुआ था। लेकिन लिपिक साथियों ने अपने अधिकार की इस लडाई में बढ़-चढक़र भाग लेने का फैसला लेते हुए धरनास्थल पर गरियाबंद जिला मुख्यालय के लगभग 30 से 50 लिपिक साथयो ने स्वहस्ताक्षरित समर्थन पत्र देते हुए आंदोलन मे रहने का संकल्प लिया व अनिश्चित कालीन हडताल में फेडरेशन का समर्थन करने का निर्णय लिया है।
अनिश्तिकालीन हड़ताल पर प्रथम दिवस प्रमुख रूप से महासचिव बसंत त्रिवेदी, ब्लॉक संयोजक गरियाबंद मनोज खरे, बसंत मिश्रा सचिव लिपिक संघ, कुबेरनाथ मेश्राम संयुक्त शिक्षक संघ, सुदामा ठाकुर प्रांतीय महामंत्री, लिपिक वर्ग संघ भगवान चंद्राकर, सचिव डिप्लोमा इंजीनियरिंग एसोसिएशन संतोष साहू, जिलाध्यक्ष डिप्लोमा इंजीनियरिंग एसोसिएशन शशिकांत नेकेड कारी, जिला अध्यक्ष अधीक्षक छात्रावास अधीक्षक संघ उमाशंकर साहू, जिला अध्यक्ष सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी संघ रेख राज यादव, गोपेश्वर गजेंद्र दीपेश साहू तरुण कश्यप, सुदामा ठाकुर ,उमाशंकर साहू, जितेंद्र यादव, वाय के साहू, जिला अध्यक्ष कृषि विभाग संघ नीलमणी दुबे, कनिष्ठ प्रशासनीक सेवा संघ, सुभाष देवांगन न्यायालयीन कर्मचारी संघ के साथ विभिन्न संघों के सदस्य भारी संख्या में उपस्थित रहे।