दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 30 जनवरी। रात से मौसम का मिजाज अचानक फिर बदल गया। इससे बारिश की संभावना बनी हुई है, जिले के उपार्जन एवं संग्रहण केंद्रों में खुले आसमान के नीचे 35 लाख क्विंटल धान पड़ा हुआ है। उपार्जन केंद्रों में इस समय 20 क्विंटल से अधिक धान रखे हुए हैं। अधिकांश उपार्जन केंद्रों में वहां पर रखे गए धान को पूरी तरह सुरक्षित ढंककर रखने समुचित व्यवस्था नहीं है। ऐसी स्थिति में बारिश होने पर खुले आसमान के नीचे रखे धान को नुकसान पहुंचने की संभावना है।
जानकारी के अनुसार मौसम का मिजाज बदलने के बाद संग्रहण केंद्रों उपार्जन केंद्रों में रखें धान को ढंक कर रखने व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए गए हैं, मगर उपार्जन केंद्रों में रखे गए धान इसके बावजूद पूरी तरह ढंककर नहीं रखे गए हैं। उपार्जन केंद्र में रखे गए धान के बोरों के स्टेक को ऊपर से तो ढंका गया है, मगर साइड से इसे पूरी तरह सुरक्षित ढंककर रखने की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में अचानक तेज बारिश होने पर नुकसान पहुंचा सकता है, हालांकि अधिकारी समुचित व्यवस्था कर लेने का दावा कर रहे हैं। खरीफ सीजन के समर्थन मूल्य धान खरीदी के अंतिम दिन जिले के विभिन्न उपार्जन केन्द्रों में लगभग 21 हजार क्विंटल धान की खरीदी हुई। इस प्रकार जिले में खरीफ वर्ष 2020-21 में कुल तक 40 लाख 65 हजार 483 क्विंटल धान की खरीदी हो हुई है, जो कि गत वर्ष किसानों द्वारा समर्थन मूल्य पर विक्रय किए गए कुल धान से लगभग साढ़े चार लाख क्विंटल अधिक हैं।