दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 18 नवंबर। भारती विश्वविद्यालय के विधि संकाय द्वारा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के तत्वावधान में आयोजित नशा मुक्त भारत अभियान - 5वीं वर्षगांठ अभियान के अंतर्गत एक रैली एवं जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
अभियान के संदेश नशा मुक्त भारत, खुशहाल भारत का व्यापक प्रचार-प्रसार करना तथा छात्रों, संकाय सदस्यों और जनसामान्य के को नशे के दुष्प्रभावों एवं स्वस्थ और सकारात्मक जीवनशैली अपनाने की आवश्यकता के प्रति जागरूक करना था। रैली के दौरान आधिकारिक क्यूआर कोड के माध्यम से सामूहिक जन-जागरूकता और प्रतिज्ञा कार्यक्रम प्रमुख रहे। इस रैली में विधि संकाय के संकाय सदस्यों के साथ बड़ी संख्या मे छात्रों ने सक्रिय भागीदारी दी, जो इस राष्ट्रीय अभियान के प्रति विश्वविद्यालय की संबद्धता और प्रतिभागियों को प्रतिबद्धता को दर्शाता है। कार्यक्रम का समन्वयन डॉ. अस्था चतुर्वेदी और सुश्री सम्पदा बैस द्वारा किया गया, सुश्री सरिता गुप्ता ने सहयोग प्रदान किया। उक्त आयोजन युवा सशक्तिकरण, नशा-मुक्त समुदायों और सामाजिक कल्याण जैसे राष्ट्रीय उद्देश्यों में सार्थक योगदान देने के विश्वविद्यालय की संकल्पबद्धता का अंग है।
विधि संकाय विधिक जागरूकता, सामाजिक उत्तरदायित्व और सामुदायिक विकास को विभिन्न उपक्रम के माध्यम से प्रोत्साहित करता रहा है, इस कड़ी में 14 नवम्बर को आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के सहयोग से फि़ल्म एवं संगीत पाइरेसी विषय पर एक ऑनलाइन राष्ट्रीय वेबिनार आयोजित किया गया।
जिसमें विभिन्न संस्थानों के 150 से अधिक छात्रों, संकाय सदस्यों एवं शोधार्थियों ने भाग लिया।
वेबिनार के मुख्य वक्ता डॉ. गुरुराज देवरहुबली, सहायक प्रोफेसर, निमरा यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद (गुजरात) थे, उन्होंने फिल्म एवं संगीत उद्योग में बढ़ती पाइरेसी, कॉपीराइट के कानूनी पहलुओं, डिजिटल उल्लंघनों की चुनौतियों तथा नवीन प्रवृत्तियों पर व्यापक और सारगर्भित व्याख्यान दिया, जिससे प्रतिभागियों को बौद्धिक संपदा अधिकारों की गहन समझ प्राप्त हुई। स्वागत भाषण डॉ. अजय सिंह, डीन, कला एवं मानविकी दिया, संचालन एवं समन्वयन डॉ. अस्था चतुर्वेदी एवं सुश्री सम्पदा बैस द्वारा किया गया। कार्यक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) बी. एन. मिश्र एवं रजिस्ट्रार डॉ. वीरेंद्र कुमार स्वर्णकर की प्रेरणा से आयोजित की गई। समापन डॉ. शोभा सिंह ठाकुर, डीन (प्रभारी) द्वारा धन्यवाद ज्ञापन से हुआ।


