दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 17 नवंबर। कर्मचारियों की हड़ताल के चलते सहकारी समितियों में रबी बीज का वितरण भी ठप पड़ा है। जिले की सहकारी समितियों से अब तक मात्र 312 क्विंटल रबी बीज का वितरण हो पाया है जबकि गत वर्ष आज की तिथि में विभिन्न किस्मों के 1766 क्विंटल बीज का सहकारी समितियों से किसानों को वितरण हो चुका था।
जानकारी के गत रबी वर्ष में सहकारी समितियों से कुल 8861.32 क्विंटल बीज का वितरण हुआ था। इस बार रबी वर्ष 2025-26 में विभिन्न किस्मों के 10341.77 क्विंटल बीज की मांग है। इसके विरुद्ध जिले में वर्तमान में कुल उपलब्धता 7733.80 क्विंटल की है। इसमें से अब तक समितियों में 4360.26 क्विंटल का भंडारण किया जा चुका है। वहीं 93.20 कृषि विभाग एवं निजी क्षेत्र में भंडारित 22.80 क्विंटल को मिलाकर कुल भंडारण 4741.40 क्विंटल का किया जा चुका है।
यहां यह बताना लाजिमी है कि वर्तमान समय में ज्यादातर किसान प्रमाणित बीजों का ही उपयोग करते हैं जो बीज के लिए सहकारी समितियों पर निर्भर रहते हैं मगर विगत दो सप्ताह से सहकारी समिति कर्मचारी हड़ताल पर है। नतीजन किसान रबी बीज के लिए भटक रहे हैं। जिले की सभी समितियों को मिलाकर मात्र 312.68 क्विंटल बीज का वितरण हुआ है जो इस वर्ष कुल मांग का मात्र 3 प्रतिशत है।
कुछ किसानों ने प्रक्रिया केन्द्र से नगद 265.14 क्विंटल व कुछ ने निजी क्षेत्र से 5.10 क्विंटल बीज खरीदे हैं। अधिकांश किसान समितियों से बीज उठाव करते हैं जिन्हें भटकना पड़ रहा है। यदि यही स्थिति रही तो रबी बीज की बोनी पिछड़ सकती है। जिले में जारी रबी वर्ष में दलहनी फसलों के कुल 3303.17 क्विंटल बीज की मांग है। इसके विरुद्ध उपलब्धता 2769.90 क्विंटल की है। इनमें समितियों में 1777.30 का भंडारण भी हो गया है मगर वितरण मात्र 228.48 क्विंटल का हुआ है।
इसी प्रकार तिलहनी फसलों की 103.20 क्विंटल बीज की मांग है, जिसके विरुद्ध उपलब्धता 692.48 क्विंटल की है। इनमें समितियों में 31.76 क्विंटल का भंडारण हुआ मगर अब तक इनमें मात्र 9.8 क्विंटल का वितरण हुआ है। इधर रबी बीज भण्डारण के बाद लंबे समय तक इसका गुणवत्ता प्रभावित होने की संभावना है, जिसे लेकर अधिकारी भी चिंतित है क्योंकि ऐसी दशा में उन्हें पुन: बीज उपलब्ध कराने मशक्कत करनी पड़ सकती है।


