दुर्ग

संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले की जांच करने का डायरेक्टर ने दिया आश्वासन
13-Nov-2025 8:53 PM
संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले की जांच करने का डायरेक्टर ने दिया आश्वासन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 13 नवंबर।
आईआईटी भिलाई में पढ़ाई कर रहे एक छात्र की 11 नवंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। वह इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के बीटेक प्रथम सेमेस्टर का स्टूडेंट था। इसी वर्ष उसने एडमिशन लिया था। जेवरा सिरसा चौकी पुलिस मामले की जांच कर रही है। पीएम रिपोर्ट प्राप्त नहीं होने के कारण मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। मृतक छात्र नर्मदापुरम मध्य प्रदेश का रहने वाला है। मध्य प्रदेश से पहुंचे परिजन छात्र की बॉडी लेकर रवाना हो गए थे। देर रात को आईआईटी कैंपस में छात्र-छात्राओं के द्वारा सुरक्षा व्यवस्था में खामियों को लेकर हंगामा किया गया। इस पूरे मामले में आईआईटी भिलाई के डायरेक्टर राजीव प्रकाश द्वारा मेडिकल ऑफिसर डॉ. अतुल श्रीवास्तव को कथित लापरवाही के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच कर न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है।
उल्लेखनीय है कि 11 नवंबर की सुबह करीब साढ़े 10 बजे आईआईटी कैंपस में सौमिल साहू (18) की तबीयत अचानक बिगड़ी। जिसके बाद उसे रामनगर सुपेला स्थित स्पर्श अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने इसीजी करने के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना को लेकर देर रात स्टूडेंट का गुस्सा फूट पड़ा। रात 12 बजे से लेकर 2 बजे तक छात्र कैंपस में हंगामा करते रहे। इस दौरान उन्होंने प्रबंधन से व्यवस्थाओं की कमी को लेकर आक्रोश जताया।
 छात्र-छात्राओं का कहना था कि यहां पर कोई व्यवस्था नहीं है। पांचवां दीक्षांत समारोह तो मना लिया, लेकिन स्टूडेंट की सुरक्षा को लेकर कोई व्यवस्था नहीं है। बीटेक प्रथम सेमेस्टर के छात्र सौमिल साहू की मौत के बाद मंगलवार देर रात हालात तनावपूर्ण हो गए। हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं कैंपस में धरने पर बैठ गए। सभी छात्रों की केवल एक सूत्रीय मांग न्याय चाहिए रही। देर रात तक स्टूडेंट्स द्वारा जमकर हंगामा किया गया। हंगामा को देखते हुए प्रबंधन द्वारा पुलिस बल को मौके पर बुलाकर स्थिति को नियंत्रित किया गया।
स्टूडेंट्स ने कॉलेज प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया। उनका कहना था कि छात्र को समय पर चिकित्सकीय सहायता नहीं मिली, जिससे उसकी जान नहीं बच पाई। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने आईआईटी प्रबंधन से पारदर्शी जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। डायरेक्टर प्रो. राजीव प्रकाश देर रात  मौके पर पहुंचे।  उन्होंने रात करीब 3 बजे इस घटना के संबंध में निर्णय लिया। आईआईटी के मेडिकल ऑफिसर डा. अतुल श्रीवास्तव को लापरवाही के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। इसके साथ ही मामले की निष्पक्ष जांच एसएसपी स्तर के अधिकारी से कराए जाने की घोषणा की गई है।


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