दुर्ग

मौसम का मिजाज बदलने से धान कटाई प्रभावित
30-Oct-2025 4:21 PM
मौसम का मिजाज बदलने से धान कटाई प्रभावित

तेज हवाएं चलने से धान के पौधे गिर रहे, नुकसान की संभावना बढ़ी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 30 अक्टूबर।
मोंथा चक्रवाती तूफान के चलते मौसम का मिजाज बदलने से किसान असमंजस की स्थिति में है। इसकी वजह से फसल पककर तैयार हो जाने के बाद भी धान कटाई प्रभावित है। दो दिनों से आसमान पर घने बादल छाए रहने के साथ छिटपुट बूंदाबादी भी हो रही है। वहीं तेज हवाएं चलने से धान के पौधे गिर रहे हैं इससे नुकसान की संभावना बढ़ गई है। ग्राम आमटी के कृषक अशोक चौधरी का कहना है कि धान पौधे गिरने से बहुत ज्यादा नुकसान हो रहा है। ऐसी स्थिति में माहू का प्रकोप जल्दी लगता है इससे जो फसल पककर तैयार है उसे भी नुकसान की संभावना बढ़ गई हैं। वहीं जहां फसल नहीं पके हैं वहां खेतों में पानी भरा हुआ है ऐसे में पौधे गिरने से इसका सडऩा तय है।

उनका कहना है कि 15 सितंबर तक पहले बारिश थम जाता था मगर इस बार पूरे अक्टूबर माह तक बारिश हो रही है इससे पेनिकल माइट, तना छेदक आदि बढऩे से दवाईयों का खर्च बढ़ गया है। बसनी निवासी कृषक शेर सिंह का कहना है कि ज्यादा बारिश हुई तो सभी फसलों को बहुत नुकसान होगा। टमाटर, केला, पपीता सहित अन्य सभी उद्यानिकी फसलों में बार बार पानी गिरने के बाद उमस बढऩे से फसल में पहले जितना पूरा सीजन में दवाईयों के छिडक़ाव में खर्च आता था उतना सिर्फ कुछ दिनों में आ गया है। अचानकपुर निवासी कृषक रोहित साहू का कहना है कि मौसम के कारण छिटपुट को छोड़ धान कटाई एकदम थम गया है।


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