दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 25 अक्टूबर। सन पब्लिक स्कूल, चंदखुरी के कक्षा नवमीं से बारहवीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए शैक्षिक भ्रमण का आयोजन किया गया था। जिसमें 50 से अधिक बच्चों के समूह को कर्नाटक के प्रमुख ऐतिहासिक, वैज्ञानिक व धार्मिक केन्द्रों का शैक्षिक भ्रमण कराया गया।
यात्रा में स्कूल की प्राचार्य फरीना काजी तथा शिक्षकगण रचना सोनी, प्रियंका तिवारी, रवीश तिवारी, श्रीपर्णा यादव, मनीष देशमुख, छत्रप देशमुख, ज्योत्सना चंद्राकर, स्वाति चंद्राकर, गायत्री चंद्राकर, स्नेहा शर्मा और बी इंदु के सानिध्य में समाप्त हुई। शैक्षणिक भ्रमण के अंतर्गत इसरो में अलग-अलग तरह के उपग्रह, रॉकेट, रॉकेट के अंदरूनी बनावट, आगामी प्रोजेक्ट चंद्रयान 4 और चंद्रयान 5 आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की तथा अपनी जिज्ञासाओं का निराकरण किया।
मैसूर पैलेस जिसे अंबा विला पैलेस के नाम से भी जाना जाता है, वहां बच्चों ने ऐतिहासिक इमारतों, पूर्व के शासकों तथा उनके वंशजों, वस्तुओं, अवशेषों के बारे में जानकारी प्राप्त की, टीपू पैलेस इंडो इस्लामी वास्तुकला का एक सुंदर नमूना है जिसे 1791 में पूरा किया गया था जहां हिंदू और इस्लामिक संस्कृति का समिश्रण देखने को मिलता है, इससे बच्चों ने एकता का पाठ सीखा। रंगनाथन स्वामी मंदिर में बच्चों ने शेषनाग पर लेटे भगवान विष्णु के दर्शन किए, जो 17वीं शताब्दी में बनाया गया था, यह मंदिर अपनी द्रविड़ वास्तुकला के लिए जाना जाता है। बेंगलुरु में स्थित वंडरला (एम्यूजमेंट पार्क) में बच्चों ने 60 से अधिक प्रकार के झूलो, वाटर पार्क का आनंद लिया। भारत के पहले थीम बेस्ड राइड मिशन इंटरस्टेलर में बच्चों ने अंतरिक्ष के रोमांच का अनुभव किया। सारांश में उक्त शैक्षणिक परिभ्रमण मनोरंजक, ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक रहा।


