दुर्ग
दुर्ग, 24 अक्टूबर। जेवरा -सिरसा स्थित पितृधाम परिवार द्वारा दीपावली मिलन समारोह का अनूठा आयोजन किया गया। जिसमें पंच-दिवसीय त्योहार का आनन्द पारिवारिक सदस्यों ने साथ-साथ रहकर हास-परिहास और प्रेम सौहार्द मय परिवेश में उठाया।
लक्ष्मी जी की महाआरती और गोवर्धन पूजा आकर्षण का केंद्र रहा। जलती दीपों की अवलियों और आंगन में सजी अल्पनाओं के बीच लोगों ने अपनी खट्टी-मीठी यादों को अपने परिजनों के बीच रखा। जो आज के टूटते परिवार के बीच एक प्रेरणादायक आयोजन रहा। आपस में बैठकर मिष्ठान और पकवान का पारिवारिक सदस्यों ने भरपूर आनंद उठाया। परिवार प्रमुख व कवि एवं साहित्यकार डॉ. राघवेन्द्र कुमार राज ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि ये पर्व हमें जोड़ जाते हैं और हम मधुर यादों में खो जाते हैं, जो आज के विघटित होते परिवार के बीच साथ-साथ रहने का संदेश भी दे जाते हैं। साथ-साथ रहने में ही समृद्धि है।
ऐसा पारिवारिक परिवेश हमें निराशाओं से बचाता है और हम सहोत्साह प्रगति पथ पर अग्रसर होते हैं। दीपावली जीने की जिंजीविषा जगाती है। आशा ही जिन्दगी है। हमें निराशावादी नहीं बल्कि आशावादी बनना चाहिए। समारोह में महेन्द्र कुमार, उमाशंकर, अयोध्या, भोज, राजिम, मीना, चित्रलेखा, अंजली, नीता, कल्पना, काजल, टिकेश्वरी, लक्ष्मीकांत, दिव्यदेव, अभिषेक, आदित्य, मोक्ष, आकांक्षा, सौम्या वेदांजली, सृष्टि, रूद्राक्ष विशेष रूप से उपस्थित थे।


