दुर्ग
धान की फसलों को नुकसान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 29 सितंबर। बीती रात हुई जोरदार बारिश के बाद राजनांदगांव जिला स्थित मोंगरा व अन्य जलाशयों से शिवनाथ नदी में आज 35 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे शिवनाथ में बाढ़ का खतरा बना हुआ है क्योंकि तांदुला व खरखरा जलाशय के वेस्ट वियर से भी लगभग 10 हजार क्यूसेक पानी शिवनाथ में आ रहा है।
नदी तट के खेतों में लगी सैकड़ों एकड़ की धान फसल पानी में डूब गई है। वहीं अभी भी शिवनाथ का जल स्तर बढ़ते क्रम में है। इससे और भी ज्यादा क्षेत्र की फसल बाढ़ की पानी के जद में आने से भारी नुकसान की संभावना है। जानकारी के अनुसार जलाशयों की कैचमेंट एरिया में भी जबरदस्त बारिश हुई है, इससे तांदुला का जलस्तर बढऩे से यहां लगभग 104 प्रतिशत जल भराव हो गया है। इसकी वजह से इसके वेस्ट वियर से होकर 5604 क्यूसेक पानी शिवनाथ में आ रहा है। वहीं 2164 क्यूसेक पानी नहर में छोड़ा जा रहा है। इसी प्रकार खरखरा जलाशय में भी बढक़र अब 108 प्रतिशत जल भराव हो गया है। जिसके वेस्ट वियर से होकर शिवनाथ में 4180 क्यूसेक पानी आ रहा है। मटिया मोती जलाशय में 109 प्रतिशत जलभराव होने से इसके वेस्ट वियर से 955 क्यूसेक पानी आ रहा है। गोंदली जलाशय में भी अब 99 प्रतिशत जल भराव हो गया है। वहीं खपरी जलाशय में 102 प्रतिशत जलभराव हो गया है।
जानकारी के अनुसार सुबह महमरा एनीकट के साढ़े पांच फीट ऊपर तक पानी था जो शाम तक बढक़र 8 फीट ऊपर तक पानी का बहाव हो रहा था। समाचार लिखे जाने तक भी लगातार शिवनाथ के जल स्तर में वृद्धि जारी था। जह संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता सुरेश पाण्डेय का कहना है कि राजनांदगांव जिला स्थित मोंगरा, घुमरिया, सुखानाला व खातू टोला से शिवनाथ में आज सुबह 35 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इसे शाम को कम कर 23580 क्यूसेक कर दिया गया है मगर तांदुला व खरखरा से भी पानी आ रहा है। वहीं मौसम विभाग ने आगे और बारिश होने की संभावना व्यक्त की इससे बाढ़ की संभावना को देखते नदी तट पर बसे गांवों के ग्रामीणों को अलर्ट रहने कहा गया है।


