दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 20 सितंबर। भारती विश्वविद्यालय में अभियंता दिवस एवं विश्वकर्मा जयंती बड़े उत्साह और उल्लास के साथ मनाई गई।
इस अवसर पर विधि-विधान से भगवान विश्वकर्मा का हवन, पूजन और आरती सम्पन्न की गई तथा प्रसाद का वितरण किया गया। इंजीनियरिंग विभागों की विभिन्न मशीनों की भी पूजा-अर्चना की गई। अभियंता दिवस कार्यक्रम के अंतर्गत छात्रों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं तथा आकर्षक मॉडल प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान सिविल इंजीनियरिंग शाखा के विद्यार्थियों मनीष, हर्ष, वेदांत, आदित्य, शुभम और अभिषेक द्वारा प्रस्तुत हाइड्रोलिक ब्रिज मॉडल को मिला, जिसमें हाइड्रोलिक प्रणाली के माध्यम से पुल को उठाने और गिराने की प्रक्रिया प्रदर्शित की गई थी, जो वास्तविक जीवन में जलमार्गों पर यातायात नियंत्रण हेतु उपयोगी तकनीक का उत्कृष्ट उदाहरण है। द्वितीय स्थान कंप्यूटर साइंस शाखा के छात्र तनिष्क को उनके कंप्यूटर गेम मॉडल के लिए प्रदान किया गया, जिसमें प्रोग्रामिंग और गेमिंग तकनीक का उपयोग कर एक रोचक एवं शिक्षाप्रद गेम विकसित किया गया था, जो विद्यार्थियों की कोडिंग और तार्किक सोच क्षमता को दर्शाता है। तृतीय स्थान पर दो मॉडल चयनित हुए—पहला वायरलेस ई-व्हीकल चार्जिंग (इलेक्ट्रिकल/ इलेक्ट्रॉनिक्स शाखा) जिसे आदित्य, हेमेश और सौरभ ने प्रस्तुत किया था और जिसमें बिना तार के विद्युत वाहनों को चार्ज करने की उन्नत तकनीक को दर्शाया गया, तथा दूसरा रॉकर बोगी जिसे पवन ने प्रस्तुत किया था और जो कठिन भू-भागों तथा अंतरिक्ष रोवरों के लिए उपयुक्त तकनीक को प्रदर्शित करता है।
कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. वीरेन्द्र कुमार स्वर्णकार, डायरेक्टर घनश्याम साहू, डीन अकादमिक्स डॉ. आलोक भट्ट द्वारा दीप प्रज्वलन तथा विधि-विधान से पूजा अर्चना के साथ हुई। मुख्य अतिथि के रूप में डीन अकादमिक्स आलोक भट्ट एवं विशेष अतिथि के रूप में भिलाई स्टील प्लांट की महाप्रबंधक प्रीति भटनागर उपस्थित रहीं। दोनों अतिथियों ने छात्रों को मार्गदर्शन देते हुए इंजीनियरिंग की उपयोगिता, अवसरों और समाज के विकास में उसकी भूमिका पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. डॉ. स्वाती पाण्डेय, योगेश कुमार देशमुख,, इंदिरा जैन, भोज साहू, शानू गौर सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम के सफल आयोजन में श्रीमती जूली सिंह साधक, सुश्री शानू गौर और अन्य सहयोगियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।


