दुर्ग

सडक़ सुरक्षा जीवन रक्षा पर वाद-विवाद स्पर्धा
09-Sep-2025 5:02 PM
सडक़ सुरक्षा जीवन रक्षा पर वाद-विवाद स्पर्धा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 9 सितंबर।
सडक़ सुरक्षा जीवन रक्षा विषयक संभाग स्तरीय वाद-विवाद प्रतियोगिता एवं अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का आयोजन एस.एन.जी. विद्या भवन, सेक्टर-4, भिलाई में सोमवार को किया गया।
विधायक ललित चंद्राकर एवं दुर्ग महापौर अलका बाघमार मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। विधायक ललित चंद्राकर ने अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा शिक्षा ही व्यक्ति को सही और गलत की पहचान कराती है। सडक़ पर अनुशासन और जीवन में अनुशासन, दोनों ही एक दूसरे के पूरक हैं। पढ़ाई के साथ-साथ यदि हम नियमों का पालन करेंगे तो समाज और राष्ट्र दोनों का विकास सुनिश्चित होगा। कार्यक्रम में दुर्ग संभाग के विभिन्न विद्यालयों से आए दर्जनों छात्र-छात्राओं ने वाद-विवाद प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। बच्चों ने ‘सडक़ सुरक्षा जीवन रक्षा’ विषय पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए ट्रैफिक नियमों के पालन, सडक़ दुर्घटनाओं की भयावह स्थिति और सुरक्षित भारत की परिकल्पना पर जोर दिया। निर्णायक मंडल ने प्रतिभागियों के वक्तव्यों का मूल्यांकन किया और विजेताओं को पुरस्कार से सम्मानित किया।

महापौर अलका बाघमार ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि सडक़ सुरक्षा जीवन रक्षा से सीधे जुड़ा विषय है। हर साल हजारों लोग सिर्फ लापरवाही और नियम तोडऩे की वजह से अपनी जान गंवाते हैं। यदि हम हेलमेट, सीट बेल्ट और ट्रैफिक सिग्नल जैसे छोटे-छोटे नियमों का पालन करें, तो कई परिवारों को अपूरणीय क्षति से बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अपने परिवार और समाज में सडक़ सुरक्षा की जागरूकता फैलाने में ‘ब्रांड एंबेसडर’ की तरह कार्य करना चाहिए।
इस अवसर पर शिक्षकों ने भी अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का महत्व बताते हुए कहा कि शिक्षा ही वह साधन है, जिससे हर व्यक्ति जागरूक होकर समाज और देश की प्रगति में भागीदार बन सकता है। कार्यक्रम का समापन अतिथियों द्वारा विजेता प्रतिभागियों को ट्रॉफी और प्रमाणपत्र प्रदान करने के साथ हुआ। इस अवसर डीईओ अरविंद मिश्रा, सहायक संचालक सीमा नायक व अमित घोष, एमआईसी सदस्य शेखर चंद्राकर, रंजीता पाटिल, ब्रांड एंबेसडर विश्वनाथ पाणिग्रही सहित यातायात अधिकारीगण मौजूद रहे।


अन्य पोस्ट