दुर्ग

गजेन्द्र यादव के मंत्री बनने पर दुर्ग में जश्न
21-Aug-2025 11:16 PM
गजेन्द्र यादव के मंत्री बनने पर दुर्ग में जश्न

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 21 अगस्त।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सरकार के बहुप्रतिक्षित कैबिनेट का बुधवार को अंतत: विस्तार हो गया। मंत्रिमंडल में शामिल तीन नए मंत्री में दुर्ग शहर विधायक गजेन्द्र यादव ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली।
शपथ ग्रहण उपरांत केबिनेट मंत्री गजेन्द्र यादव ने नए दायित्व के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के अलावा भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सुशासन की सरकार है। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में वे छत्तीसगढ़ के विकास और प्रगति के लिए कार्य करेंगे।

दुर्ग शहर विधायक गजेन्द्र यादव के केबिनेट मंत्री बनने पर दुर्ग शहर में खुशियों का माहौल व्याप्त रहा। श्री यादव के शपथ ग्रहण के पहले सुबह और शपथ ग्रहण उपरांत पूरे दिनभर उनके समर्थकों द्वारा दुर्ग शहर में जगह-जगह मिठाईयां बांटकर और जमकर आतिशबाजी कर मंत्री बनने की खुशियां मनाई गई।

श्री यादव के गृहग्राम अहिवारा में भी जमकर खुशियां बिखरी। ग्रामीणों द्वारा उनके घर पहुंचने पर भव्य स्वागत किया। केबिनेट मंत्री बनने पर गजेन्द्र यादव को भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं व उनके समर्थकों ने भी रायपुर पहुंचकर बधाई दी।
15 जून 1978 को जन्मे गजेंद्र यादव आरएसएस के पूर्व प्रांत संघ चालक बिसराराम यादव और कौशल्या बाई यादव के सुपुत्र हैं। प्रारंभिक शिक्षा मारवाड़ी विद्यालय दुर्ग और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा शासकीय स्कूल दुर्ग से प्राप्त की। स्नातकोत्तर (एमए राजनीति शास्त्र) की डिग्री साइंस कॉलेज दुर्ग से ली। फिटर ट्रेड में आईटीआई प्रशिक्षित गजेंद्र पेशे से आज भी किसान हैं।

छात्र जीवन में ही राजनीति से जुड़ते हुए उन्होंने 1996 में साइंस कॉलेज दुर्ग में पढ़ाई के दौरान पूर्व सांसद ताराचंद साहू के चुनाव अभियान में सक्रिय भूमिका निभाई। मात्र 21 वर्ष की आयु में 1999 के दुर्ग नगर निगम चुनाव में पांच बार के पार्षद और पूर्व उपमहापौर खेमलाल सिन्हा को हराकर वे पार्षद बने। इससे उन्हें अविभाजित मध्यप्रदेश का सबसे कम उम्र का पार्षद होने का गौरव मिला। 2005 में राज्य सरकार बनने के बाद तत्कालीन शिक्षामंत्री मेधाराम साहू ने उन्हें स्काउट-गाइड का राज्य सचिव नियुक्त किया। 2009 में वे भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश सचिव बने।

इसके बाद 2015 में राज्य मुख्य आयुक्त, स्काऊट गाइड बनाए गए। बाद में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने उन्हें भाजपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ का प्रदेश उपाध्यक्ष नियुक्त किया।
राज्य मुख्य आयुक्त के रूप में उनके कार्यों की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना हुई। 2016 में छत्तीसगढ़ को स्काउट-गाइड का सर्वोच्च सम्मान तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिला। उनके नेतृत्व में 1.53 लाख पौधों का रोपण देऊरझाल (दुर्ग) में हुआ, जिसे आज मानव निर्मित जंगल कहा जाता है। यातायात सुरक्षा अभियान में 10,622 बच्चों को प्रशिक्षित किया। उनके नेतृत्त्व में तीन जंबूरी आयोजित हुए, जिनमें राजनांदगांव के सोमनी में 23 हजार बच्चों द्वारा किया गया कर्मा नृत्य गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ। इस नृत्य ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति को विदेश तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।


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