दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 20 अगस्त। झमाझम बारिश के बाद जलाशयों में पानी का जबरदस्त आवक हो रहा है, इससे सभी जलाशयों का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। तांदुला जलाशय में 79 प्रतिशत जलभराव हो चुका है। वहीं खरखरा जलाशय का जलस्तर भी पहले से बेहतर हुआ है।
जानकारी के अनुसार खरखरा जलाशय का जल स्तर बढक़र 77 प्रतिशत जल भराव हो गया है। इसी प्रकार खपरी जलाशय भी अब पुन: छलकने लगा है। वहीं गोंदली में 66.79 एवं मरोदा में 45.37 प्रतिशत जलभराव हो गया। जलाशयों में जलभराव की स्थिति बेहतर होने से सिंचाई व पेयजल को लेकर संकट की कायम स्थिति दूर हुई है। खंड वृष्टि से प्रभावित बेरला क्षेत्र में सिंचाई के लिए छोड़ा पानी इस बार खंड वृष्टि की स्थिति के चलते कई क्षेत्रों के लोग सिंचाई के लिए पानी छोडऩे मांग कर रहे हैं।
बेरला क्षेत्र में भी बहुत कम बारिश हुई है, जहां खेतों की सिंचाई के लिए तांदुला जलाशय से एक हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
अधीक्षण अभियंता सुरेश पाण्डेय के अनुसार तांदुला के टेल एरिया में सिंचाई के लिए पानी की जरूरत है जिसके लिए जलाशय से नहर में पानी छोड़ दिया गया है। इधर जोरदार बारिश के बाद मोंगरा से शिवनाथ नदी में 10 हजार क्यूसेक पानी में छोड़ा जा रहा है। वहीं आज जिले में भी अच्छी बारिश हुई, इससे शिवनाथ का जलस्तर फिर बढऩे लगा है। शिवनाथ नदी पर स्थित महमरा एनीकट के 5 फीट ऊपर से पानी का बहाव हो रहा है।


