दुर्ग

बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि प्रभावित किसानों को मिला बीमा राशि
16-Aug-2025 4:50 PM
बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि प्रभावित किसानों को मिला बीमा राशि

'छत्तीसगढ़' संवाददाता
दुर्ग, 16 अगस्त
। मई माह बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से प्रभावित 18 हजार से अधिक कृषकों को मिला फसल बीमा दावा राशि मिलने से राहत पहुंची है। उक्त बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि हजारों एकड़ में लगी किसानों की रबी फसल चौपट हो गई थी। जिले में रबी फसल लेने वाले 30 हजार से अधिक किसानों ने फसल बीमा कराया था।  जिले में चना, गेहूँ एवं सरसों रबी फसल बीमा के लिए अधिसूचित थी। इनमें सबसे ज्यादा क्षति चने की फसल को पहुंची थी। फसलवार रबी 2024 में अनुमानित दावा रिपोर्ट के अनुसार चना के लिए 13661 फार्मर आईडी से 61468 आवेदन पर 22 करोड़ 89 लाख 58 हजार 774 रुपए का बीमा क्लेम भुगतान किया गया है। 

इसी प्रकार सरसों के लिए 2439 फार्मर आई डी के 8485 आवेदन पर 2 करोड़ 31 लाख 54 हजार 416, गेहूं आई आर 3738 फार्मर आईडी के 12361 आवेदन पर 4 करोड़ 93 लाख 39 हजार 505 तथा गेहूं आर एफ के 8 फार्मर आईडी के 14 आवेदन मिले थे जिन्हें 22 हजार 526 रुपए की बीमा दावा राशि स्वीकृत की गई है। केन्द्रीय कृषि मंत्री ने डिजिटल माध्यम से की राशि हस्तांतरित  प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना योजनांतर्गत मौसम रबी वर्ष 2024-25 में स्थानीय प्राकृतिक आपदा से हुए फसल नुकसान से पात्र किसानों को दावा राशि राजस्थान के झुंझनू से केन्द्रीय कृषि मंत्री  शिवराज सिंह चौहान द्वारा राष्ट्रीय कार्यक्रम के दौरान डिजिटल माध्यम से हस्तांतरित की गई। जिसका सीधा प्रसारण किया गया।
 

 

जिले में जिला एवं विकासखण्ड कार्यालय में विभागीय अधिकारी एवं कृषकों की उपस्थिति में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के तहत डी.बी.टी. के माध्यम से कृषकों को दावा भुगतान किया गया है। इसके तहत जिले के 18723 कृषकों को राशि  30.148 करोड़ जारी की गई। योजनांतर्गत रबी वर्ष 2024-25 में स्थानीय आपदा के तहत 751 किसानों द्वारा एवं फसल कटाई के उपरांत हुए नुकसान के लिए 1578 किसानों द्वारा सूचना दी गई थी। जिसका सर्वे उपरांत नुकसान के आधार पर पात्र कृषकों को फसल क्षति के आधार पर पात्र कृषकों को दावा राशि का भुगतान किया गया। कार्यक्रम में उप संचालक कृषि संदीप कुमार भोई ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के संबंध मे कृषकों को विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में उपस्थित किसान गजानंद पारकर, खुर्सीडीह, सहज कुमार सोनवानी, खुर्सीडीह एवं ओंकार प्रसाद, खुर्सीडीह ने इस योजना से मिल रही मुआवजा को खेती के साथ-साथ आर्थिक एवं सामाजिक रूप से उपयोगी बताया।


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