दुर्ग

भिलाई की चौहान क्रिकेट एकेडमी में 30 तक पूर्व कैप्टन मोहम्मद अजहरूद्दीन खिलाडिय़ों को देंगे टिप्स
26-Mar-2025 9:20 AM
भिलाई की चौहान क्रिकेट एकेडमी में 30 तक पूर्व कैप्टन मोहम्मद अजहरूद्दीन खिलाडिय़ों को देंगे टिप्स

 मीडिया से चर्चा में राजेश की तारीफ, पंत को बताया बेहतरीन खिलाड़ी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

भिलाई नगर, 25 मार्च। जब हम क्रिकेट खेलते थे तब तीन फार्म होता था, सुविधाएं भी बेहद सीमित थीं, एक्सपोजर भी नहीं था, मगर आज के दौर में आईपीएल जैसे टूर्नामेंट से क्रिकेट में आने वाले युवाओं को बेहतर प्लेटफार्म मिल रहा है। सभी ने देखा है कि बुमराह और हार्दिक पांडया जैसे कई प्लेयर की बेहतर परफार्मेंस से उन्हें सीधे इंडियन टीम में लिया गया। क्रिकेट खिलाडिय़ों को आईपीएल लगातार एक नई पहचान दे रहा है जिससे युवा और सधे हुए खिलाडिय़ों के भारतीय टीम तक पहुंचने का सफर पहले की अपेक्षा अब आसान है। उक्त बातें आज पत्रकारों से भिलाई में चर्चा करते हुए सीनियर इंटरनेशनल क्रिकेट प्लेयर और भारतीय टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कही हैं।

ज्ञात हो कि मोहम्मद अजहरूद्दीन भिलाई के रूंगटा पब्लिक स्कूल में संचालित गोविंद सिंह चौहान क्रिकेट अकादमी में आज पहुंचे हुए हैं। रूंगटा पब्लिक स्कूल में 24 से 30 मार्च तक क्रिकेट कैंप का आयोजन किया गया है। इस कैंप में भारतीय टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन खिलाडिय़ों और उनके पैरेंट्स को टिप्स तो देंगे ही साथ ही भावी खिलाडिय़ों का मागदर्शन भी करेंगे।

मीडिया से चर्चा में अजहरुद्दीन ने भिलाई के इंटरनेशनल क्रिकेट प्लेयर राजेश चौहान को याद करते हुए उन्हें एक शानदार प्लेयर बताते हुए ऋषभ पंत को  चैंपियंस ट्रॉफी में नहीं खिलाने के सवाल पर कहा कि किसी भी प्लेयर्स का परफार्मेंस मायने रखता है। ऋषभ एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो आगे चलकर इंडियन टीम के कैप्टन बन सकते हैं। वो एक ऐसे अटेकिंग प्लेयर हैं जो भारतीय टीम के परमानेंट प्लेयर बन सकते हैं। भले ही चैंपियंस ट्रॉफी में उन्हें मौका नहीं मिला, लेकिन वो एक बेहतरीन खिलाड़ी है।

आगे कहा कि किसी भी एकेडमी में प्लेयर्स को चुनना पड़ेगा। किसी को बेसिक सिखाना पड़ेगा। जो बेसिक जानते हैं, उन्हें आगे बढऩे में एकेडमी में मदद मिलती है। एकेडमी खोलना तो आसान काम है लेकिन वहां उन्हें बेहतर खिलाड़ी बनाने में बहुत मेहनत करनी पड़ती है। भिलाई जैसे शहर में अगर एकेडमी में बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं तो यहां से अच्छे खिलाड़ी निकल सकते हैं। एकेडमी में नेचुरल प्लेयर्स की प्रतिभा को निखारना पड़ता है। एकेडमी में हर खिलाड़ी को परख कर उस पर मेहनत करनी पड़ेगी तभी यह सक्सेस हो पाएगी।


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