दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 7 जुलाई। छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ़ कॉमर्स द्वारा बस्तर के व्यवसायिक समुदाय के लिए रविवार को एक महत्वपूर्ण क्षमता विकास कार्यशाला का आयोजन छत्तीसगढ़ शासन के जिला उद्योग केंद्र, जगदलपुर द्वारा किया गया।
इस कार्यशाला में छतीसगढ़ चेम्बर ऑफ कामर्स के महामंत्री अजय भसीन मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित थे। इस कार्यशाला में आयात-निर्यात के अवसर और वैश्विक व्यापार की संभावनाएं, इस विषय पर अपने विचार रखे। महामंत्री अजय भसीन ने अपने उद्बोधन में कहा कि कार्यशाला का प्रमुख उद्देश्य स्थानीय उद्यमियों, स्टार्टअप्स और व्यापारियों को अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की प्रक्रियाओं, नीतियों, अवसरों और आवश्यकताओं से अवगत कराना।
इस कार्यशाला में विशेषज्ञ के रूप में उपस्थित रहे डॉ. के. रंगराजन, प्रोफेसर एवं केंद्र प्रमुख, कोलकाता कैंपस, संस्थापक सेंटर फॉर एमएसएमई ने निर्यात नीति व निर्यात को बढ़ावा देने विचार रखे।
सुमन दास, कोऑर्डिनेटर, आईआईएफटी (भारतीय विदेश व्यापार संस्थान - वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन एक स्वायत्त संस्थान)ने बताया कि निर्यात करके हम डॉलर में धन कमा सकते है। निर्यात के लिए किस तरह अपना मार्केट तैयार करे इस विषय पर प्रकाश डाला। छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रदेश महामंत्री अजय भसीन ने कहा कि यह प्रयास व्यापारियों को एक नई ऊंचाई प्रदान करेगा। उन्होंने कहा
औद्योगिक क्षेत्रों को अंतरराष्ट्रीय बाजार से जोडऩे के लिए ऐसी कार्यशालाएं अत्यंत आवश्यक हैं। यह आयोजन युवाओं, स्टार्टअप्स और नए उद्यमियों को वैश्विक व्यापार के लिए तैयार करने में निर्णायक भूमिका निभाएगा।
अजय भसीन ने जानकारी दी कि स्वदेशी सामानों को अपनी दिनचर्या में शामिल करने जगदलपुर में एक स्वदेशी मेला लगाने हेतु वहाँ के व्यापारियों से चर्चा की ।आने वाले दिनों में जल्द ही बस्तर में स्वदेशी मेला लगाकर लोगो को स्वदेद्शी सामानों के प्रति जागरूक किया जायेगा।
छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के शंकर सचदेव, भोलानाथ सेठ, सुनील मिश्रा, चिन्ना राव, प्रेम रतन गहलोत व अन्य सदस्य उपस्थित थे। कार्यशाला में बड़ी संख्या में दुर्ग और भिलाई के व्यापारी, स्टार्टअप संस्थापक, और उद्योग प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम को प्रतिभागियों ने अत्यंत ज्ञानवर्धक और मार्गदर्शक बताया। यह जानकारी मिडिया प्रभारी शंकर सचदेव ने दी।