धमतरी
कुरुद, 9 दिसंबर। महानदी में बने मेघा पुल के ढहने से कुरूद और मगरलोड के बीच लाइफ़ लाइन कहे जाने वाला रास्ता बंद पड़ा था जिसे फिर से बनाने का काम शुरू हो गया है। मगरलोड जनपद अध्यक्ष विरेन्द्र साहू ने मौका निरक्षण कर संबंधित पक्ष को गुणवत्ता और समय का ध्यान रखने की समझाइश दी। नदी में वैकल्पिक मार्ग का काम शुरू होने से क्षेत्रीय किसान एवं व्यापारियों ने राहत की सांस ली है।
ज्ञात हो कि 21 सितंबर 2024 को महानदी पर बना मेघा पूल ढह गया था। जिससे कुरूद और मगरलोड ब्लॉक की सीधी कनेक्टिविटी खत्म हो गई है। तब से मगरलोड क्षेत्र के हजारों लोगों का इस रास्ते से आना-जाना बंद हो गया है। आवागमन सुविधा के अभाव में यहाँ का व्यापार चौपट और किसानों की आमदनी पर विपरीत प्रभाव पडऩे लगा।
विधायक अजय चन्द्राकर की सक्रियता के चलते सरकार ने 40 करोड़ 97 लाख 68 हजार की लागत से नये पुल बनवाने का जिम्मा सेतु निगम को सौप दिया है। पिछले दफे ठेकेदार द्वारा बनवाया गया डायवर्सन रोड पहली ही बारिश में बह गया, तब से लोगों को नदी पार करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। जिसको लेकर दोनों ही ओर के व्यापारी संघ ने नेता और अधिकारियों को अपनी परेशानी बताई, भारतीय किसान संघ ने भी प्रशासन को ज्ञापन सौंप धान खरीदी से पहले वैकल्पिक मार्ग बनाने की मांग करते हुए बताया कि मगरलोड क्षेत्र के 20 खरीदी केंद्रों से धान का परिवहन कुरूद, भटगांव संग्रहण केंद्र और राइस मिलों तक किया जाता है।
लेकिन वैकल्पिक मार्ग नहीं होने कारण परिवहन कार्य प्रभावित हो रहा है।
मिडिया में मामला आने के बाद प्रशासन जागा और अनुबंध के तहत ठेकेदार ने वैकल्पिक मार्ग बनाने का काम शुरू किया है। सब इंजीनियर योगेश और अमित साहू ने बताया कि गत वर्ष के रपटा में मिट्टी मुरुम से करीब एक किलोमीटर लंबा और दस मीटर चौड़ा डबल लेन सडक़ बनाने का काम जारी है। इसके मध्य भाग में पानी निकासी के लिए पाइप लगाने का काम हो रहा है। आवागमन सुचारू रखने वैकल्पिक मार्ग का काम तेजी से किया जा रहा है। निरीक्षण में पहुंचे मगरलोड जनपद अध्यक्ष विरेन्द्र साहू ने बताया कि फिलहाल निर्माणाधीन पुल के किनारे बने कच्चे रास्ते से छोटे वाहनों का आना जाना हो रहा है। दो सप्ताह में नया डायवर्सन रोड बनकर तैयार हो जाएगा। इस मौके पर भाजपा नेता संतोष सोनी, भूषण साहू, योगेश्वर वर्मा आदि मौजूद थे।


