धमतरी

सिविल अस्पताल कुरूद में अव्यवस्था, मरीज परेशान
26-Sep-2025 4:14 PM
सिविल अस्पताल कुरूद में अव्यवस्था, मरीज परेशान

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कुरुद , 26 सितंबर। सिविल हॉस्पिटल कुरुद की व्यवस्था दिनों दिन बदहाल होने लगी है। कभी कोई रात में भर्ती महिला मरीजों को चाकू दिखाकर छेड़छाड़ करता है, तो कभी नर्स ही गर्भवती महिला को निजी अस्पताल रवाना कर रही है।  प्राप्त जानकारी के मुताबिक सिविल अस्पताल कुरूद में विगत दिनों एक स्टॉफ नर्स द्वारा रात्रि में डिलीवरी हेतु आई महिला को अस्पताल के एक महिला चिकित्सक के फर्जी हस्ताक्षर कर रिफर कर दिया गया। अस्पताल से किसी भी मरीज को अन्य अस्पताल में चिकित्सक के द्वारा ही रिफर किया जाता है। इस गंभीर लापरवाही के लिए संबंधित नर्स को नोटिस जारी किया गया है।  अस्पताल में भर्ती मरीजों ने आरोप लगाते बताया कि कुछ चिकित्सक और स्टॉफ नर्स रात्रि कालीन ड्यूटी के दौरान अपने आवास में जाकर आराम करते हैं। जिससे गंभीर मरीजों को उनके आने तक अपनी समस्या के साथ इंतजार करना पड़ता है। दिन में भी डॉक्टरों का ध्यान अस्पताल में कम अपने सरकारी आवास में संचालित निजी प्रैक्टिस पर अधिक रहता है। कुछ तो अपने घर में ही दवा बेचने का कारोबार शुरू कर दिया है। सरकारी ड्यूटी के समय अस्पताल में बैठ मरीजों को पर्ची लिखकर अपने घर से दवा लेने कहा जा रहा है।

 

बताया गया है कि जिस स्टॉफ नर्स द्वारा फर्जी हस्ताक्षर किया गया है, उनका स्थानांतरण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कोर्रा में हुआ है लेकिन उनको अब तक यहाँ पदस्थ रखा गया है।  अस्पताल की गतिविधियों पर नजऱ रखने वाले कुछ जागरूक लोगों ने बताया कि सुबह 9.30 बजे के बाद ही हड्डी रोग, नेत्र रोग,शिशु रोग, फिजियोथेरेपी विभाग, जनरल ओपीडी में चिकित्सक मिलते हंै, शाम के समय जनरल ओपीडी के इक्का-दुक्का चिकित्सक नजर आते है, बाकी विभाग भगवान भरोसे संचालित होता है। पिछले 14-15 सितम्बर की दरमियानी रात को एक युवक महिला वार्ड में चाकू लेकर एक महिला से अश्लील हरकत करने लगा, जिसको लेकर मरीजों ने हंगामा कर दिया। गार्ड ने आरोपी को पीटा भी, लेकिन वह पीछे की दीवार फांदकर भाग गया। आरोप है कि इस गंभीर मामले पर कार्रवाई करने की जगह अस्पताल प्रशासन ने इस  मामले पर पर्दा डाल दिया।  सिविल अस्पताल में इस प्रकार की लापरवाही जग जाहिर है। ऐसी कितनो प्रकार के समस्या से मरीज परेशान होते हैं,  कुछ मामले उजागर होते हैं, और कई मामलों को दबा दिया जाता है।

ज्ञात हो कि पिछले महिने शासन ने कई साल से अस्पताल का सफल संचालन कर रहे सीनियर डॉक्टर का स्थानांतरण कर दिया था। उनके बाद नये बीएमओ बने डॉक्टर से व्यवस्था नहीं सम्हल रही है। जिसके चलते आए दिनों कुछ न कुछ गड़बड़ सामने आने लगी है।  इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ द्वारा पूछे जाने पर बीएमओ एचआर देवांगन ने हास्पिटल विजिट में होने की वजह से बाद में कुछ बता पाने की बात कही।


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