धमतरी
कीलों के बिछौने पर लेटकर सीने में जलाई अखंड ज्योति
कुरुद, 25 सितंबर। शारदीय नवरात्रि में भक्तगण माता के प्रति विभिन्न तरीकों से अपनी आस्था और श्रद्धा प्रकट करते नजर आ रहे हैं। इसी तारतम्य में कुरूद ब्लाक के ग्राम सिर्री के चंदन सुपलभगत ने नुकीले कीलों की सैय्या में लेट सीने में अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित की है। वे इसी अवस्था में पूरे नौ दिन बिता माता से अपनी मनोकामना के लिए प्रार्थना करेंगे।
ग्राम पंचायत सिर्री के टिकरापारा निवासी चंदन सुपलभगत 31 वर्ष नवरात्रि के शुभारंभ 22 सितंबर से गोधूली बेला में किलों से बने बिछौने पर लाल रंग की चुनरी बिछाकर लेटा हुआ है, उसके सीने में अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित हो रही है। उन्होंने बताया कि वह पूरे 9 दिनों तक इसी अवस्था में रहेंगे, वे आहार के रूप में सुबह-शाम 4 चम्मच दुर्वा घास के रस का ही सेवन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि नवरात्रि के 9 दिनों तक मौन व्रत धारण किया था। 2007 में उन्होंने सिरकट्टी आश्रम के भुनेश्वरी शरण दास महाराज कुटेलाधाम पांडुका से दीक्षा ली। 2009 की नवरात्रि में पूरे 9 दिन बिना अन्न जल ग्रहण किए व्रत रखा था। 2016-17 में मरकाटोला रानीमाई चारामा के कंकालीन मंदिर में सीने में अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित की। 2023 में उनको सपने में ज्योति प्रज्ज्वलित होती हुई दिखाई दी। माता ने सपने में आकर क्वार नवरात्रि में सीने में अखंड ज्योत प्रज्ज्वलित करने की बात कही। तब से हर साल अपने निवास में ही अखंड ज्योति प्रज्ज्वलित कर रहे हैं। माता दुर्गा के प्रति आस्था प्रकट करने के इस अनोखे तरीके को देखने समीपस्थ गांवों के श्रद्धालु उनके निवास पर पहुंच रहे हैं। पंडा कमल निषाद, महेश कंडरा, फलेंद यादव, उत्तम तारक, हेमलाल, संतु पटेल, भागवत कुर्रे उनके सहयोग के साथ ही माता की सेवा में लगे हुए हैं।


