दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 27 दिसंबर। जिला प्रशासन द्वारा पशुपालन को विशेष तवज्जो दी जा रही है। इसी क्रम में कलेक्टर देवेश ध्रुव द्वारा नियद नेल्लानार ग्राम गमावाड़ा पहुंचकर बैलाडीला कामधेनु परियोजना, धुरली (ए-2 दुग्ध उत्पादन इकाई) का भी निरीक्षण किया।
ज्ञात हो कि यह परियोजना जिला प्रशासन, पशुधन विकास विभाग एवं एनएमडीसी-सीएसआर के सहयोग से संचालित की जा रही है। उन्होंने उपलब्ध पशुओं की संख्या, वर्तमान दुग्ध उत्पादन क्षमता, पशुओं के स्वास्थ्य प्रबंधन, चारा व्यवस्था एवं दुग्ध संग्रहण की स्थिति की जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि कामधेनु परियोजना ग्रामीणों की आजीविका संवर्धन एवं दुग्ध उत्पादन के माध्यम से आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने पशु आहार, स्वच्छता तथा पशुओं की नियमित स्वास्थ्य जांच पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान परियोजना स्थल पर कार्यरत लोगों द्वारा शौचालय निर्माण की मांग रखी गई, जिस पर कलेक्टर ने जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को तत्काल आवश्यक प्रक्रिया पूर्ण कर शौचालय निर्माण कराने के निर्देश दिए। कार्यरत हितग्राहियों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो सकें। इसके साथ ही कलेक्टर ने ब्लॉक दन्तेवाड़ा अंतर्गत टेकनार गौ-संवर्धन केन्द्र का निरीक्षण करते हुए वहां स्थित गौ वंशीय पशुओं की उचित देखरेख चारे एवं चिकित्सा व्यवस्था संबंधी अन्य महत्वपूर्ण निर्देश दिये।
ज्ञात हो कि उक्त गौ-संवर्धन में वर्तमान में 14 गौ-वंशीय पशुओं को देखरेख की जा रही है। कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया कि पशुओं की देखरेख एवं चारे एवं चरवाहे आदि की व्यवस्था जनपद पंचायत के माध्यम तथा पशुधन विभाग द्वारा पशुओं के स्वास्थ्य जांच तथा उपचार का दायित्व रहेगा। इस मौके पर अपर कलेक्टर राजेश पात्रे प्रमुख रूप से मौजूद थे।


