दन्तेवाड़ा

रबी फसल की बनाएं योजना-कलेक्टर
13-Dec-2025 4:00 PM
रबी फसल की बनाएं योजना-कलेक्टर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

 दंतेवाड़ा, 13 दिसंबर। जिला प्रशासन द्वारा किसानों की मेगा बैठक जावंगा के ऑडिटोरियम में शुक्रवार को आयोजित की गई।

इस दौरान कलेक्टर कुणाल दुदावत धन-धान्य कृषि योजना एवं विस्तार कार्यकर्ताओं के रबी ऋतु हेतु प्रशिक्षण पर फोकस करते हुए कहा कि सभी जैविक कार्यकर्ता एवं कृषि विस्तार अधिकारी अधिक से अधिक कृषकों को किसान उत्पादक संगठन से जोडऩे हेतु उनकी बैठक लेकर उनकी बैंक डिटेल सहित अन्य जानकारियों को संकलन कार्य को प्राथमिकता से करें। जिससे पोर्टल में प्रविष्टि किया जा सके। इसके अलावा आगामी रबी फसल हेतु कृषक प्रशिक्षण हेतु कार्ययोजना अभी से ही तैयार करें ताकि अगले वर्ष रबी फसलों का प्रतिशत बढ़ सके। उन्होंने आगे कहा कि जिले के प्रत्येक ब्लाक के कम से कम एक-एक हजार हेक्टेयर में कृषकों का क्लस्टर बनाकर लाभान्वित किया जाए इसके लिए सभी आरईओ किसानों की बैठक लेकर कृषकों को प्रोत्साहित करें। इसके जिला प्रशासन निशुल्क बीज प्रदाय के साथ- साथ अन्य सभी आवश्यक कार्यों में सहयोग देगा। इसके अलावा आम,अमरूद,केला जैसे फलदार रोपण में भी किसानों के समूहों की भागीदारी बढ़ाने एवं लाभान्वित करने की प्रक्रिया सुनिश्चित होनी चाहिए। इन युद्ध स्तर के प्रयासों से ही प्रधानमंत्री धन-धान्य सहित अन्य योजनाओं की लक्ष्यों को शत-प्रतिशत प्राप्त किया जा सकेगा।

उन्होंने विगत दिवस ग्राम पोटाली के अपने प्रवास के दौरान में कृषकों के समूहों द्वारा फलदार पौधों के रोपण करने संबंधी मांग का उल्लेख करते हुए कहा कि जिले के अंदरूनी ग्रामों के कृषकों को अपरम्परगत खेती हेतु प्रोत्साहित करने के लिए आरईओ और जैविक कार्यकर्ताओं को सतत कार्य करना होगा। क्योकि जिले के अधिकतर किसान इसके लिए इच्छुक है केवल उन्हें विभागीय मार्गदर्शन और सहयोग देने की आवश्यकता है। आगामी बैठक में निश्चित ही इन बिंदुओं में प्रगति अपेक्षित रहेगी।

 

 इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा गठित कृषक समूहों को हार्वेस्टर मषीनरी भी उपलब्ध करने की भी बात कही।

इसके साथ ही बैठक में किसान सम्मान निधि, एग्रीस्टेक, किसान क्रेडिट कार्ड,एफपीओ में नये किसानों को जोडऩे, बीज उत्पादन कार्यक्रम,सरसों प्रदर्षन,वृहद क्षेत्र प्रमाणीकरण,स्वायल हेल्थ कार्ड तथा रबी क्षेत्राच्छादन में बढ़ाने की विस्तृत चर्चा की गई। इस क्रम में कलेक्टर द्वारा उद्यानिकी विभाग से संबंधित फेसिंग और बोर के कार्यों में तेजी लाने, सब्जी क्षेत्र विस्तार एवं मोचो बाड़ी योजनान्तर्गत अधिक से अधिक प्रकरण बनाने के भी निर्देश दिए गए।

 उन्होंने आगे कहा कि कई बार देखा गया है कि तार बाड़ी योजना और बोर सुविधा होने के उपरांत भी कृषक रबी फसल लेने के इच्छुक नहीं होते ऐसे कृषकों को विभागीय अधिकारी व्यक्तिगत संपर्क उन्हें द्विफसली के लिए प्रेरित करें। पशुधन विकास विभाग के समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने अंतर्गत देशी नस्ल गायों में कृत्रिम गर्भाधान,नस्ल सुधार, बधियाकरण,विभागीय टीकाकरण शिविर आयोजन की समीक्षा करते हुए ग्रामीण क्षेत्र में दुग्ध पालन बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि विभाग की बैकयार्ड, पोल्ट्री फार्म,बकरी-शुकर पालन,लेयर बर्ड उत्पादन के लिए प्रत्येक केंद्र में 200 हितग्राही का चयन करें। इस अवसर पर सीईओ जयंत नाहटा, कृषि,उद्यानिकी,पशुधन,केवीके एवं मत्स्य विभागों के मैदानी कर्मचारी मौजूद थे।


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