दन्तेवाड़ा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 20 मार्च। ग्रामीणों द्वारा प्रतिवर्ष महुआ बीनने के दौरान जंगलों में आग लगाई जाती है। जिससे पर्यावरण को क्षति पहुंचती है। इस समस्या से निजात पाने वन विभाग द्वारा जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाते हैं। जिससे पर्यावरण सुरक्षित रहे।
वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक वन मंडल दंतेवाड़ा अंतर्गत प्रत्येक परिक्षेत्र अंतर्गत फायर वाचर की नियुक्ति की गई है। जिससे आग के मामलों पर तत्काल कार्यवाही की जाए। इसके बेहतर परिणाम है सामने आ रहे हैं।
प्रयास निरंतर जारी - आशुतोष
वन परिक्षेत्र अधिकारी, बचेली रेंज, आशुतोष मांडवा ने ‘छत्तीसगढ़’को जानकारी में बताया कि वन विभाग द्वारा इस दिशा में प्रयास निरंतर जारी है। जिसके बेहतर परिणाम भी सामने आ रहे हैं। विगत वर्ष की तुलना में चालू वर्ष के दौरान वनों में आगजनी के के मामलों में कमी आई है। आगामी दिनों में शिकार के दौरान भी आगजनी के प्रकरण सामने आते हैं। जिसे जागरूकता से रोका जाएगा।
वन विभाग द्वारा तत्परता पूर्वक निगरानी की जा रही है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि वनों में आगजनी न करें और पर्यावरण को सुरक्षित रखें।