‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 1 जनवरी। रायगढ़ जिले में पुलिस की विशेष टीम ने पश्चिम बंगाल से ट्रेडिंग स्कैम के 3 शातिर आरोपियों को पकडऩे में सफलता हासिल की है। आरोपियों ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर तमनार में 1.12 करोड़ की ठगी का घटना को अंजाम दिया था।
पुलिस कंट्रोल रूम में इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए रायगढ़ पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने बताया कि लगातार आनलाईन ठगी के प्रकरण में उप पुलिस अधीक्षक सायबर अभिनव उपाध्याय को सायबर सेल में अलग से आनलाईन फ्रॉड सेल का गठन कर प्रकरण में सूक्ष्मता से जांच कर अखिल भारत में आरोपियों की पहचान पतासाजी एवं गिरफ्तारी करने के निर्देश दिये गये थे।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सायबर की टीम लगातार ट्रेडिंग स्कैम के जटिल जाल की विभिन्न कडिय़ों को सुलझाने का सार्थक प्रयास किया जा रहा था। तमनार थाना में दर्ज धारा 318(4), 3(5), 338, 340(2) भा.न्या.सं एवं 66 (डी) आई.टी. एक्ट कायम कर विवेचना में लिया गया था जिसकी सूक्ष्मता से पड़ताल करने पर आरोपियों की पहचान की गई, जिनका दीगर राज्य पश्चिम बंगाल में होना पाया गया।
तमनार थाना प्रभारी निरीक्षक आर्शीवाद रहटगांवकर के नेतृत्व में सायबर सेल, तमनार, खरसिया, जूटमिल, कोतरारोड़ आदि थानों की संयुक्त टीम को विभिन्न प्रकरणों में आरोपियों की पतासाजी एवं गिरफ्तारी हेतु दीगर राज्य झारखण्ड, बिहार, पश्चिम बंगाल भेजा गया था जिस पर कार्रवाई करते हुये उक्त टीम को पूर्व में जामताड़ा (झारखण्ड) से 2 आरोपियों को गिरफ्तार करने के पश्चात, पश्चिम बंगाल में भी ट्रेडिंग स्कैम को संचालित करने वाले 3 आरोपियों को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल हुई है।
सावित्रीनगर कालोनी जे.पी.एल तमनार में रहने वाले गोपाल कृष्ण शर्मा ने शिकायत् दर्ज कराया गया था कि 06 जून को प्रार्थी के मोबाईल नंबर पर अज्ञात व्हॉटएप नंबर से शेयर मार्केट में हाई रिटर्न प्राप्त करने हेतु ग्रो एप डाउनलोड करने हेतु मैसेज आया। ग्रो एप डाउनलोड नहीं होने पर उसी नंबर से उसे लिंक भेजा गया जिसको उसने अपने मोबाईल में डाउनलोड किया। पीडि़त को बताया गया कि यह एक इन्टरनेशनल एकाउण्ट है इसमें वह अपर सर्किट के शेयर तथा आई.पी.ओ. खरीद बेच सकता है। जिसमें प्रतिदिन 10 से 50 प्रतिशत तक रूपये कमा सकते है।
पीडि़त ने बताया कि उक्त एप के माध्यम से 11 जून से 03 जुलाई तक विभिन्न खातों में रूपये ट्रांसफर कराये गये। 3 जुलाई को पोर्टल में कुल राशि 59418711.00 रूपये दिखने लगे तो उसके रूपये निकालने हेतु रिक्वेस्ट किया किन्तु एकाउण्ट में रूपये ट्रांसफर नही हुए। उसके बाद प्रार्थी द्वारा शेयर मार्केट हेतु आरोपियों द्वारा बनाये गये व्हॉटएप ग्रुप में रूपये विड्राल नहीं होने संबंधी मैसेज पोस्ट किया गया तो व्हाट्सएप मैसेज द्वारा ही उसे बताया गया कि कुल प्राफिट का 15 प्रतिशत पर्सनल इन्कम टैक्स के रूप में जमा करना होगा, जो 7201817 रूपये है वरना वह रूपये नहीं निकाल सकता इस प्रकार प्रार्थी को बार-बार गुमराह कर उससे 1. 12 करोड़ 43 हजार 913 रूपये की ठगी की गई।
पीडि़त की शिकायत के आधार पर तमनार थाना में आरोपियों के खिलाफ धारा 318(4), 3(5), 338, 340(2) भा.न्या.सं एवं 66 (डी) आई.टी. एक्ट कायम कर विवेचना में लिया गया जिन खातों में रूपये ट्रांसफर हुए थे उनकी जानकारी ली गई जिसमें रूपये इनोवेटिव नाम के खाते में 33 लाख रूपये क्रेडिट होना पाया गया जो संचालक गौरहरी मंडल का है।