कोरबा
ठगों ने की आईडी हैक कर 17 लाख की एफडी, पुलिस की तत्काल कार्रवाई से खाते में राशि हुई जमा
10-Apr-2021 6:12 PM
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 10 अप्रैल। आईडी हैक कर ठगों ने 17 लाख रु. की एफडी कर ली। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए स्टेट बैंक को मेल भेजकर जानकारी मांगी और बैंक ने फिक्स डिपाजिट की गई राशि को युवक के खाते में लौटाने के लिए कहा। बैंक ने राशि युवक के खाते में लौटा दी।
पुलिस ने बताया कि 28 मार्च दिन रविवार को गोविन्द प्रसाद कैथवास को अज्ञात मोबाईल नंबर से फोन आया। फोन करने वाले व्यक्ति ने प्रार्थी को कहा कि मंै मुम्बई भारतीय स्टेट बैंक कस्टमर केयर से बोल रहा हूं। प्रार्थी को फरवरी में बैंक के द्वारा केवायसी करने का मैसेज आया था पर आपने अभी तक केवायसी नहीं कराया गया है हम यहीं से आपका केवायसी अपडेट कर देंगे। आप फोन को होल्ड पर रखिए और केवायसी नंबर हम आपको भेज रहे हैं, उसे नोट कर लिजिए। यदि आप केवायसी नहीं कराएंगे तो आपका बैंक बैलेंस होल्ड कर बैलंस जीरो कर दिया जाएगा। फिर आपके पास बंैक से मैसेज में एक नंबर आयेगा, उसे बताना पड़ेगा।
थोड़ी देर बाद पुन: उक्त नंबर से प्रार्थी को फोन कर बताया गया कि आपका बंैक बैलेंस होल्ड कर आपका बैलेंस जीरो कर दिया गया है। आप केवायसी मैसेज दे दीजिए और आप जब तक केवायसी नहीं कराएंगे तब तक आपका बैक खाता होल्ड कर दिया गया है। उसके बाद आप अपना पैसा बगैर केवायसी कराए निकाल नही सकते है।
प्रार्थी द्वारा अपने योनो (नेट बैकिंग) के माध्यम से अपने एकाउंट का बैलेंस चेक करने पर एकांउट का बैलेस जीरो हो गया था। तुरंत एटीएम में जाकर बैलेस चेक करने पर 17,83041/-रूपये का आहरण दिखाते हुए शेष रकम 38 पैसा प्रदर्शित हो रहा था। प्रार्थी द्वारा तत्काल चैकी रामपुर आकर अपने एसबीआई एकाउंट नंबर से 17,83041/-रूपये योनो एप्स/इंटरनेट बैकिंग के माध्यम से ठगी हो जाने की लिखित शिकायत दर्ज कराने पर रामपुर चौकी प्रभारी/सायबर सेल कोरबा उनि मयंक मिश्रा के द्वारा प्रार्थी के साथ 17,83041/-रूपये कि ठगी हो जाने को गंभीरता से लेते हुए तत्काल पुलिस अधीक्षक कोरबा अभिषेक मीणा को हालात से अवगत कराते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोरबा कीर्तन राठौर के मार्गदर्शन में सायबर सेल को कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया।
रविवार को बैंक बंद होने के कारण ठगों के संबंध में जानकारी प्राप्त करने में अत्यधिक समस्या आने के बावजूद सायबर सेल के द्वारा विशेष रूचि लेकर त्वरित कार्यवाही करते हुए, आवेदक के बैंक एकांउट नंबर एवं कार्ड नंबर को बैंक में मेल कर जानकारी प्राप्त किया गया। बैंक के अधिकारी के द्वारा बताया गया कि प्रार्थी का कुल रकम 17,83041/-रूपये को ठगो के द्वारा योनो एप्स के माध्यम से फिक्स डिपाजिट कर दिया गया है। मेल से जानकारी प्राप्त होने पर सायबर सेल के द्वारा तत्परता से कार्यवाही करते हुए लगातार बैक से संपर्क कर ट्रान्जेक्शन को होल्ड कराया गया। सायबर सेल की तत्परता से कुल राशि 17,83041/-रूपये वापस प्रार्थी के एकाउंट में वापस कराई गई।
चूंकि हैकरो/ठगो के द्वारा कुछ दिनों से योनो एप्स/इंटरनेट बैकिग धारको का एकाउंट हैक करना प्रतीत हो रहा है। एकाउंट धारकों का इंटरनेट बैकिंग आईडी एवं पासवार्ड कॅामन/सरल शब्दों में होने/अपने नाम का आईडी पासवर्ड बनाने केे कारण या बैक कर्मी द्वारा शुरूआत में प्रार्थी का आईडी एवं पासवर्ड बनाए गए यूजर आईडी/पासवर्ड कॉमन होने के कारण या स्वयं के द्वारा अपना पासवर्ड में बदलाव नहीं करने के कारण ठगों के द्वारा आसानी से इंटरनेट बैकिंग/योनो एकाउंट को हैक कर लिया जा रहा है। ठगो के द्वारा योनो एकांउट को हैक करने के पश्चात ट्रान्जेक्शन करने के लिए केवायसी कराने के नाम से ओटीपी की मांग करते है। ठगों के द्वारा प्रार्थी के योनो एप्स के माध्यम से पूरी राशि को एफडी कर लिया जाता है। चूंकि एफडी करने के लिए मोबाईल में ओटीपी की जरूरत नही पड़ती है, इसका फायदा उठाकर ठगों के द्वारा प्रार्थी के एकाउंट की पूरी राशि को एफडी कर केवाायसी कराने के नाम से ओटीपी भेजकर ठगी की जा रही है।
प्रार्थी की संपूर्ण आहरित रकम वापस दिलाने में सायबर सेल कोरबा से उनि मयंक मिश्रा, सउनि दुर्गेश राठौर, आरक्षक प्रशांत सिंह, आर. गुना राम, आर. विरकेश्वर सिंह, आर. रवि चैबे, आर. डेमन ओग्रे, मआर. रेणु टोप्पो का विशेष योगदान रहा ।
अपील
अत: कोरबा पुलिस आम जनता से अपील करती है कि फोन अथवा आनलाईन ट्रान्जेक्शन के माध्यम से ओटीपी अथवा बैक एकाउंट से संबंधित कोई भी जानकारी किसी से शेयर ना करे। साथ ही योनो/इंटरनेट बैकिंग का यूजर आईडी/पासवर्ड को स्ट्रॉग रखे ना कि अपना जन्मतिथि/अपना नाम ना रखे।