कोरबा
खाद्य मंत्री ने किया पाली महोत्सव का शुभांरभ, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मन मोहा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 12 मार्च। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री अमरजीत भगत ने 11 मार्च को पाली में महाशिवरात्रि पर आयोजित महोत्सव का शुभांरभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आने वाले समय में पाली महोत्सव और भव्य रूप लेगा तथा कोरबा और छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि पूरे देश में अपनी अलग पहचान बनायेगा।
श्री भगत ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ी परंपरा और लोक संस्कृति को बचाने और बढ़ाने का काम तेजी से कर रही है। छत्तीसढिय़ा सबले बढिय़ा को मुख्यमंत्री श्री बघेल ने ही चरितार्थ किया है। शिवरात्रि हो या पोला, दीवाली हो या हरेली छत्तीसगढ के तीज-त्यौहारों को आज पूरा देश जान रहा है।
उन्होंने छत्तीसगढ़ की संस्कृति और लोककला के लिए मुख्यमंत्री श्री बघेल तथा सरकार के प्रयासों की सराहना की। पाली महोत्सव के शुभांरभ अवसर पर कोरबा की सांसद ज्योत्सना महंत वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से शामिल हुई। कार्यक्रम में मध्यक्षेत्र विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष पुरूषोत्तम कंवर, पाली-तानाखार के विधायक मोहित केरकेट्टा, जिला पंचायत अध्यक्ष शिवकला कंवर, नगर पंचायत पाली अध्यक्ष उमेश चंद्रा, कटघोरा के पूर्व विधायक बोधराम कंवर, सांसद प्रतिनिधि प्रशांत मिश्रा, कटघोरा नगर पालिका के अध्यक्ष रतन मित्तल, पाली जनपद पंचायत की अध्यक्ष दुलेश्वरी सिदार, कलेक्टर किरण कौशल, जिला पंचायत के सीईओ कुंदन कुमार, अपर कलेक्टर प्रियंका महोबिया सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी भी शामिल हुए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री श्री भगत ने कहा कि ऐसे आयोजनों से भक्तिपूर्ण माहौल में अपनेपन का अहसास होता है। छत्तीसगढ़ सरकार ने छत्तीसढिय़ा स्वाभिमान को बढ़ाया है। ऐसे आयोजन समाज में सकारात्मक प्रभाव डालते है। इन आयोजनों से स्थानीय कलाकारों को भी अपनी कला का प्रदर्शन करने का मौका मिलता है। सांसद प्रतिनिधि श्री प्रशांत मिश्रा ने पाली महोत्सव को आगामी वर्ष से संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित करने की मांग मंत्री श्री भगत से की। जिस पर संस्कृति मंत्री श्री भगत ने जिला प्रशासन द्वारा आयोजन के लिए विधिवत प्रस्ताव तैयार कर विभाग को भेजने पर मंजूरी का आश्वासन भी दिया। उन्होंने पाली विधायक श्री मोहितराम केरकेट्टा की मांग पर सतौरा, बक्साही, तुमान, चोटिया और नुनेरा में आगामी धान खरीदी शुरू होने से पहले खरीदी केन्द्र प्रारंभ करने की भी घोषणा की।
एक ही मंच पर स्थानीय कलाकारों को अपनी कला का प्रदर्शन करने का मौका
सांसद श्रीमती ज्योत्सना मंहत ने पाली महोत्सव के शुभारंभ मौके पर वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ी। लोकसभा सांसद श्रीमती महंत ने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि पाली महोत्सव के मंच पर स्थानीय कलाकारों को भी अपनी कला का प्रदर्शन करने का मौका मिल रहा है। उन्होंने उपस्थित लोगो को पाली महोत्सव की सफलता के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। श्रीमती महंत ने पाली के ऐतिहासिक मंदिर में विराजमान भगवान शिव की भी स्तुति की और क्षेत्र तथा राज्य पर अपनी कृपा बनाए रखने की प्रार्थना की। श्रीमती महंत ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी लोगो से मास्क लगाए रखने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की भी अपील वीडियो कॉंफ्रेसिंग के माध्यम से की। कार्यक्रम को कटघोरा के विधायक पुरूषोत्तम कंवर और पाली तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा ने भी संबोधित किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने बांधा समा
पाली महोत्सव के पहले दिन सुरमयी आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों को बांधे रखा। भिलाई के रजी मोहम्मद ने पियानो पर अरपा पैरी के धार गीत बजाकर छत्तीसगढ़ी राजगीत पर लोगो को झुमने पर मजबूर किया। तो वहीं भिलाई के ही मनीषा चौधरी के मैलोडी दल ने भजनों और सुगम संगीत से दर्शकों के कानों में रस घोल दिया। मैलोडी दल द्वारा राष्ट्र भक्ति गीतों की प्रस्तृति ने भी खूब तालियां बटोरी। इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के दल ने शिव आराधना लघु नृत्य नाटिका से माहौल भक्तिमय बना दिया। महाशिवरात्रि के पर्व पर भगवान शिव की आराधना की प्रस्तुति पर दर्शक दीर्घा से हर-हर महादेव का स्वर गुंजायमान हो रहा था। दिवाकर बहनों गरीमा और स्वर्णा ने छत्तीसगढ़ी गीतों से ऐसे सुरलहरी चलाई कि दर्शक देर रात तक महोत्सव स्थल पर जमें रहे।