रायपुर
ठेकेदारों का बाजार दर पर रायल्टी कटौती का विरोध
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 28 फरवरी। छत्तीसगढ़ कांट्रेक्टर्स एसोसिएशन ने बाजार दर पर खनिज रायल्टी की कटौती सहित अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर 1 से 3 मार्च तक पूरे प्रदेश में सरकारी निर्माण कार्यों को बंद रखने का ऐलान कर दिया है।
एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष वीरेश शुक्ला ने जारी बयान में कहा है कि शासन की नई रायल्टी नीति की मुख्य रूप से बाजार दर पर खनिज रायल्टी वसूलने थर्ड पार्टी चेकिंग की विसंगतियां दूर करने तथा बस्तर क्षेत्र जैसा 20 लाख से 50 लाख रूपए की मैनुअल निविदा बुलाने के नियमों को प्रदेश के सभी संभागों में लागू किया जाए, क्योंकि 16 हजार से अधिक पंजीकृत छोटे-छोटे निर्माण कार्य करने वाले कांट्रेक्टरों से बड़ी समस्या है। करोनाकाल की वजह से कांट्रेक्टरों की आर्थिक स्थिति काफी खराब है। निर्माण शुरू हुआ तो बाजार दर रायल्टी लागू कर दी गई है। इस वजह निर्माण कार्यों को पूरा कराना मुश्किल हो रहा है।
अध्यक्ष वीरेश शुक्ला ने जारी बयान में यह भी कहा है कि प्रदेशभर के कांट्रेक्टरों की समस्याओं से शासन-प्रशासन को पूरे ब्योरे के साथ ज्ञापन सौंपकर राजधानी में एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन के माध्यम से अवगत कराया गया है, ताकि समस्याओं का निराकरण हो सके। लेकिन कोई ठोस कदम शासन द्वारा नहीं उठाया गया और न ही कांट्रेक्टर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर निराकरण की दिशा में कोई चर्चा की गई। इसलिए पहले से घोषित चरणबद्ध आंदोलन के तहत 1 से 3 मार्च तक सभी ठेकेदार निर्माण ठप्प कर हड़ताल पर रहेंगे।
आंदोलन के कारण नया रायपुर में 6 सौ करोड़ के मुख्यमंत्री, राजभवन, मंत्रियों और अधिकारियों के बंगलों का निर्माण सहित सडक़, पुल-पुलिया सरकारी भवनों का निर्माण पूरी तरह से तीन दिन बंद रखने का निर्णय लिया गया है।