रायपुर
गौठान और गौधन विकास अलग नहीं-चौबे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 फरवरी। गौठान विकास के लिए शराब टैक्स की राशि का उपयोग का मामला शुक्रवार को विधानसभा में उठा। विपक्षी सदस्यों ने कहा कि शराब बिक्री पर लगे टैक्स का गौठान विकास के लिए खर्च करना था, लेकिन गौधन खरीदी में खर्च किया गया। विपक्षी सदस्यों ने राशि का दुरूपयोग का आरोप लगाया। इस पूरे मामले में कृषि मंत्री रविंद्र चौबे के बयान से असंतुष्ट होकर सदन से वाकआउट कर दिया।
प्रश्नकाल में पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने यह मामला उठाया। पूर्व मंत्री श्री चंद्राकर ने गौठान विकास के लिए शराब बिक्री पर लगाया गया सेस (टैक्स) की राशि का उपयोग गोधन योजना में किया गया। शराब पर लगे टैक्स का उपयोग गौठान विकास पर खर्च करना था, लेकिन खर्च गौधन खरीदी में किया गया।
भाजपा सदस्य ने पूछा कि डेढ़ सौ करोड़ में से साढ़े तीन करोड़ खर्च किए गए। बाकी राशि कहां गई? शराब पर लगे टैक्स का दूसरे मद में खर्च करने आरोप लगाया। यह भी कहा कि स्वास्थ्य और गौठान विकास में उक्त राशि खर्च नहीं की गई है। कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि जिस उद्देश्य से सेस (टैक्स) लगाया गया है, उसी उद्देश्य से खर्च किया जा रहा है। श्री चौबे ने कहा कि गौठान विकास और गौधन विकास को अलग नहीं देखा जाना चाहिए।
भाजपा सदस्य शिवरतन शर्मा ने कहा कि गौधन विकास के लिए लगाए गए टैक्स का उपयोग गोधन योजना पर खर्च हो रहा है। उन्होंने टैक्स के पैसे का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया, और इसको गंभीर वित्तीय अनियमितता करार दिया। इस पूरे मामले में मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्षी सदस्यों ने सदन से वाकआउट कर दिया।