दुर्ग, 16 अप्रैल। जिले में धान बीज की मांग से काफी अधिक उपलब्धता है। अब तक जिले के विभिन्न सहकारी समितियों में सात हजार क्विंटल से अधिक बीज का भण्डारण भी हो चुका है। वहीं दूसरी ओर दलहनी एवं तिलहनी फसलों की बीज का टोटा बना हुआ है।
जानकारी के अनुसार जिले उपसंचालक कृषि की ओर से खरीफ 2025 में विभिन्न प्रकार के फसलों के अलग-अलग किस्मों की कुल 27768 क्विंटल बीज की मांग है। इसके विरुद्ध अब तक 28814.80 क्विंटल बीज उपलब्ध है। इनमें से 7007.40 क्विंटल बीज विभिन्न सहकारी समितियों में भण्डारित किए जा चुके हैं। वहीं 21807.40 क्विंटल बीज अभी भी बीज निगम के प्रक्रिया केन्द्र में शेष है। इसी प्रकार जिले में खरीफ 2025 कुल 27400 क्विंटल बीज की मांग है। इसके विरुद्ध 28642.80 क्विंटल विभिन्न किस्म के धान बीज उपलब्ध है।
जिले में खरीफ 2025 में सोयाबीन बीज 180 क्विंटल की मांग है मगर अब तक सोयाबीन का बीज नहीं पहुंचा है। वहीं अरहर बीज की मांग 60 क्विंटल की है। इसके विरुद्ध 72 क्विंटल अरहर बीज उपलब्ध है। इसी तरह मूंग 36, उड़द 31, सन 60 एवं रागी बीज 1 क्विंटल की मांग है मगर इसके बीज अब तक पहुंच नहीं पाए हैं। बीज प्रबंधक एस.के. बेहरा का कहना है कि जिले में धान एवं अरहर बीज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। अन्य बीज भी जल्द उपलब्ध हो जाएंगे।