दुर्ग

इंदौर के एनजीओ को 5 करोड़ डोनेशन दिलाने भिलाई के डायरेक्टर से साढ़े 20 लाख की धोखाधड़ी
18-Jul-2025 4:15 PM
इंदौर के एनजीओ को 5 करोड़ डोनेशन दिलाने भिलाई के डायरेक्टर से साढ़े 20 लाख की धोखाधड़ी

दुर्ग से दिल्ली-मुंबई तक जुड़े तार, हैदराबाद के होटल में हुई बैठक

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

भिलाई नगर, 18 जुलाई। दुर्ग जिले के पुरानी भिलाई क्षेत्र में श्री राम बालकृष्ण वेलफेयर सोसाइटी में इलेक्ट्रीशियन विभाग में डायरेक्टर कृष्णकांत शर्मा की शिकायत पर पुरानी भिलाई पुलिस ने बीएनएस की धारा 318(4) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर 20.5 लाख की धोखाधड़ी के मामले की विवेचना प्रारंभ कर दी है।

थाना प्रभारी अंबर सिंह भारद्वाज ने बताया कि संतोष तिवारी द्वारा एनजीओ को डोनेशन दिलाने के नाम पर 20 लाख 50 हजार रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। शिकायत की तस्दीक कर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।

इस मामले में कृष्णकांत शर्मा निवासी गायत्री विहार कॉलोनी पिंटु पार्क थाना गोले का मंदिर जिला ग्वालियर हाल पता पदमनाभपुर जिला दुर्ग ने पुलिस को बताया कि वह श्री राम बालकृष्ण वेलफेयर सोसाइटी में इलेक्ट्रीशियन विभाग में डायरेक्टर हैं। 26 मई 2025 को अपने दोस्त अंकुर जैन जिसका कसारीडीह दुर्ग में ज्वेलरी का काम है, के पास गया था। अंकुर जैन ने बताया कि उसका एक दोस्त संतोष तिवारी है जो ब्रोकर है और एनजीओ को बड़ी कंपनी से रूपये दिलवाने का काम करता है। अंकुर ने कृष्णकांत को कहा कि कोई एनजीओ हो तो बताना। कृष्णकांत ने बताया कि उसका दोस्त विकास सेनवार श्री बालकृष्ण सोशल वेलफेयर सोसाइटी इंदौर एनजीओ का डायरेक्टर है। अंकुर ने विकास सेनवार को अपने दोस्त संतोष तिवारी के बारे में फोन पर बताया और संतोष तिवारी को कांफ्रेंस में लेकर उससे बात कराया।

रिपोर्ट के मुताबिक संतोष तिवारी ने बड़ी कंपनी से उसके एनजीओ को पांच करोड़ दिलवाऊंगा कहा और इसके लिए एनजीओ का डॉक्यूमेंट लगेगा कहा, तो दोस्त विकास सेनवार ने अंकुर जैन को व्हाट्सएप के माध्यम से अपने एनजीओ का डॉक्यूमेंट भेजा।

फिर जानकारी दी गई कि एनजीओ के डॉक्यूमेंट कंपनी ने स्वीकृत कर दिया है। एनजीओ को कंपनी द्वारा पांच करोड़ का आरटीजीएस किया जाएगा, लेकिन इसके पहले चालीस लाख रुपए का एडवांस लगेगा। अंकुर जैन और विकास सेनवार ने कहा कि इतनी बड़ी रकम वो नहीं दे पाएंगे, काम होने के बाद ही पेमेंट कर देंगे।

तब संतोष  तिवारी ने बिना एडवांस दिए काम नहीं होगा कहा और एडवांस कम से कम 20 लाख रुपए देने कहा। संतोष के बताए अनुसार स्क्रिमा ट्रेडिंग कंपनी मुंबई के खाता में 28 मई को 3 लाख, 16 जून को 5 लाख, 17 को 3 लाख, 1 जुलाई को 3.5 लाख और 25-25 हजार यूपीआई पेमेंट भेजा।

आरोपी संतोष तिवारी उन्हें एनजीओ का मूल दस्तावेज लेकर होटल आरिस रोड नंबर 12 बंजारा हिल्स हैदराबाद बुलाया। अंकुर जैन, विकास सेंनवार हैदराबाद गए। जहां एनजीओ के मूल दस्तावेज चेक करने पर बैलेंस शीट ओरिजिनल नहीं होने की बात कहते हुए संतोष बोला कि आपका काम नहीं होगा, पैसा डूब गया।

फिर रिक्वेस्ट करने पर उसने कहा कि पेपर में बनवा दूंगा, पांच लाख रूपये और लगेगा। तब अंकुर ने 5 लाख कैश दिया। इसके बाद संतोष तिवारी कागज बनवा कर आता हूं कह कर निकल गया और वह वापस नहीं आया। 

पुरानी भिलाई पुलिस ने बताया कि डाक्यूमेंट के अनुसार आरोपी संतोष तिवारी प्लॉट नंबर 22/21 गली नंबर 21/22  युजीएफ 3 ओम विहार फेस 3 वेस्ट दिल्ली का निवासी है। मामले की विवेचना जारी है।


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