‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 जनवरी। राज्य में 14 नवम्बर से अब तक लगभग 132 लाख टन से अधिक धान की खरीदी हो चुकी है। प्रदेश के 23.76 लाख किसानों ने धान बेच चुके हैं। अभी तक बैंक लिकिंग व्यवस्था के तहत 26 हजार 349 करोड़ रूपए किसानों को भुगतान किया गया है। धान खरीदी के साथ-साथ कस्टम मीलिंग के लिए तेजी के साथ धान का उठाव किया जा रहा है। अभी 72 लाख टन धान का उठाव हो चुका है। यह खरीदी का 31 जनवरीवतक चलेगी।
प्रदेश के समस्त पंजीकृत कृषकों को खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में धान विक्रय हेतु टोकन की सुविधा ऑनलाईन एप्प (टोकन तुंहर हांथ) एवं उपार्जन केन्द्रों में 25 जनवरी तक के लिए उपलब्ध कराया गया है।
किसान सुविधा अनुसार तिथी का चयन कर नियमानुसार धान विक्रय कर सकते है।
राज्य सरकार द्वारा समर्थन मूल्य की तहत 17 जनवरी को 55 हजार 301 किसानों से 3.04 लाख टन धान की खरीदी की गई है। इसके लिए 67 हजार 055 टोकन जारी किए गए थे।
अब तक 16.41 लाख हेक्टेयर में रबी फसलों की बोनी
छत्तीसगढ़ में 16.41 लाख हेक्टयर क्षेत्रों में चना, गेहू, मटर, अलसी, सरसों, मक्का, रागी सहित विभिन्न रबी फसलों की बोनी हो चुकी है, जो कुल बोनी का 85 प्रतिशत है। कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अब तक किसानों को रबी फसल के लिए 336 करोड़ रूपए की ऋण राशि प्रदाय किया जा चुका है। रबी फसल के लिए इस वर्ष 2.89 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज का वितरण का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें 1.63 लाख क्विंटल बीज का भण्डारण कर 1.46 लाख क्विंटल बीज वितरित किया गया है, जो भण्डारण का 90 प्रतिशत है। इसी प्रकार रबी फसल के लिए राज्य में 4.65 लाख टन उर्वरक वितरण करने का लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 5.58 लाख टन उर्वरकों का भण्डारण कर 2.20 लाख टन उर्वरकों का वितरण किया गया है जो कुल भण्डारण का 39 प्रतिशत है।