6 उपार्जन केन्द्रों में धान एवं बारदाना
के स्टाक में मिला भारी अंतर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 17 जनवरी। खाद्य विभाग के निर्देश पर उपार्जन केन्द्रों का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। इसमें उपार्जन केन्द्रों में ऑनलाइन प्रदर्शित एवं भौतिक रूप से मौके पर मौजूद स्टाक का मिलान किया जा रहा है।
इस दौरान कई उपार्जन केन्द्रों में स्टाक कम या ज्यादा होने का खुलासा हुआ है। जिले में अब तक सत्यापन के दौरान 6 उपार्जन केन्द्रों में धान एवं बारदाना के स्टाक में भारी अंतर पाया गया है। खाद्य विभाग के निर्देशानुसार कलेक्टर के मार्गदर्शन में जिले के 102 में से अब तक 78 उपार्जन केन्द्रों के सत्यापन का कार्य पूरा हो चुका है। जिसकी रिपार्ट के मुताबिक 6 उपार्जन केन्द्रों के स्टाक में बहुत ज्यादा अंतर पाए जाने का मामला सामने आया है। इससे जिला प्रशासन धान खरीदी केन्द्रों में बाहर का धान खपाने की आशंका को लेकर चौकन्ना हो गया है। बाहर का धान खपने न पाए इसके लिए अधिकारियों को सख्त निगरानी करने के निर्देश दिए गए है।
जानकारी के मुताबिक जिले के टेमरी उपार्जन केन्द्र में 179.6 क्विंटल मोटा धान कम पाया गया है। वहीं पतला धान 5.6 क्विंटल अधिक मिला। यहां नया खाली बारदाना 6998 एवं पुराना खाली बारदाना 61 अधिक पाए गए हैं। इसी प्रकार बोरीगारका उपार्जन केन्द्र में 359 कट्टा धान अधिक पाया गया। बोरी उपार्जन केन्द्र में मोटा धान 30, पतला धान 88 क्विंटल तथा सरना धान 25.2 क्विंटल अधिक मिला हिर्री उपार्जन केन्द्र में मोटा धान 28 क्विंटल कम मिला। वहीं यहां सरना धान 119.6 क्विंटल अधिक पाया गया। इस केन्द्र में खाली नया बारदा 4057 नग कम पाया गया। दनिया उपार्जन केन्द्र में पतला धान 36 एवं सरना 11.6 च्टिल अधिक पाया गया। वहीं नया खाली बारदाना 391 नग कम एवं पुराना खाली बारदाना 1397 अधिक था। इसी तरह पाहरा उपार्जन केन्द्र में नया खाली बारदाना 1824 लग अधिक था जबकि यहां पुराना खाली बारदाना 1823 नग कम था। खाद्य नियंत्रक टीएस अत्री का कहना है कि सभी उपार्जन केन्द्रों की सत्यापन रिपोर्ट कलेक्टर को भेजेंगे। स्टाक में अंतर के संबंध में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।