‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 11 जनवरी। एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष हिमांशु जायसवाल ने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि जानकारी मिली है कि 14 जनवरी को बिना किसी लोकार्पण के संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय को प्रतिस्थापित का कार्य किया जा रहा है। विश्वविद्यालय की स्थापना का उद्देश्य है कि छात्र-छात्राओं को शैक्षणिक सुविधा आसानी से उपलब्ध हो सके। वर्तमान में विश्वविद्यालय को शहर से दूर लगभग 15 किलोमीटर आधे अधूरे निर्माणाधीन नवीन परिसर भकुरा में प्रतिस्थापित किया जा रहा है। विश्वविद्यालय में छोटी-छोटी त्रुटियों के लिए छात्रों को दूर जाना पड़ेगा, जिससे छात्रों को अतिरिक्त आर्थिक और मानसिक परेशानी झेलना होगी,उसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने क्या विकल्प बनाया है?
प्रदेश उपाध्यक्ष हिमांशु जायसवाल ने कहा कि जब हम एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष आशीष जायसवाल एवं एनएसयूआई के साथियों के द्वारा भकुरा जाकर देखा तो मुख्य मार्ग से 2.5 किलोमीटर की दूरी विश्वविद्यालय परिसर है, जहां आवागमन का कोई साधन नहीं है एवं सडक़ अत्यंत दुर्गम स्थिति में है। परिसर के अंदर भी चारों तरफ कच्चे फर्श एवं रोड लाइट विहीन हैं, जहां शाम होते जानवर विचरण करते हंै।
परिसर के अंदर अभी विश्वविद्यालय का प्रशानिक भवन निर्माणाधीन है। सभागार के बाहर के बरामदे का पार्टिशन कराकर रखने का कार्य हो रहा है, अभी तक इंटरनेट की व्यवस्था भी नहीं हो पाई है। आखिर ऐसी क्या जल्दबाजी है कि प्रशासन जल्द वहां स्थानांतरण करवाने में तुला है।
हिमांशु ने कहा कि छात्रों को परेशानी होगी तो हम बहुत बड़ा आंदोलन कर तालाबंदी करेंगे।