‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 8 जनवरी। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए बुधवार को जनपद कार्यालय में आरक्षण की प्रक्रिया की गई, जिसमें पंच, सरपंच, जिला एवं जनपद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के लिए आरक्षण किया गया है।
कई सीटों पर आरक्षण के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है। जिन लोगों ने पहले से उम्मीद लगाई थी कि इस पद पर हम लड़ेंगे, लेकिन कुछ सीटों पर उलट फेर हुआ है। इस आरक्षण प्रक्रिया के बाद उम्मीद लगाए प्रत्याशियों पर पानी सा फिर गया है।
आरक्षण की प्रक्रिया के बाद कई लोग मायूस नजर आए तो कई लोगों के चेहरे खिल उठे हैं। भोपालपटनम जनपद पंचायत में 35 ग्राम पंचायतें हैं, जिसमें पूरी अनुसूचित जनजाति की सीटें हैं।
इन सभी सीटों में 2019-20 के आरक्षण से 2024-25 में मुक्त एवं महिला में फेरबदल हुआ है। पहले जहाँ महिला थीं, वहां मुक्त और जहाँ मुक्त था वहां महिला सीट की गई है।
35 सीटों में 18 सीटे महिलाएं लड़ेंगी और बची 17 सीटों पर मुक्त उम्मीदवार रहेंगे। इनके साथ ही 420 पंचों का आरक्षण किया गया है। अनुसूचित जाति 18 महिला 9 मुक्त, अनुसूचित जनजाति के 178 महिला 158 मुक्त अनारक्षित 38 महिला 19 मुक्त हैं वहीं अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए एक भी उमीदवार को आरक्षण नहीं दिया गया है।
चर्चित सीट पर बदला आरक्षण
जिले में जिला पंचायत की सामान्य सीट पर आरक्षण बदलने के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है। इस सीट पर कई दिग्गज की नजर थी। तिमेड़ सामान्य सीट पर महिला को दिया गया है और गंगालूर की सामन्य सीट को अनारक्षित मुक्त कर दिया गया है। बाकि बची 8 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है।