चंडी पहाड़ी से लगे क्षेत्र में भालुओं की आमद सामान्य बात है
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 6 दिसंबर। बागबाहरा घुंचापाली चंडी माता मंदिर जाने वाले मार्ग पर विभिन्न प्रकार के जंगली जानवरों की आवाजाही इन दिनों बढ़ गई है। पहाड़ी एवं जंगली क्षेत्र होने की वजह से शाम से देर रात एवं अल सुबह सडक़ के आसपास उन्हें सडक़ों पर मंडराते, गुजरते देखा जा रहा है।
मंगलवार की रात 8-9 बजे चंडी माता मंदिर से वापस लौट रहे तीन राहगीरों मित्रों ने एक बड़े लकड़बग्धे को अजगर सांप को उठा कर शिकार करने वाला वीडियो सोशल मीडिया में जारी किया है। यह वीडियो काफी वायरल हो रही है, जो खासकर चंडी मंदिर मार्ग पर नशेडिय़ों के लिए जोखिम भरा माना जा रहा है।
जानकारी अनुसार इस रास्ते शाम होने के बाद देर रात तक नशे में लोगों को गुजरते देखा जाता है। ऐसे लोगों के लिये इन दिनों वन्य प्राणियों की सडक़ के आसपास मौजूदगी जोखिम वाला माना जा रहा है।
बागबाहरा नगर के युवा रूपेश शर्मा, संदीप चन्द्राकर एवं धीरज अग्रवाल ने बताया कि चंडी माता मंदिर से वापस लौटते समय चंडी मंदिर सडक़ में कुर्मी समाज के भवन के पास उक्त लकड़बग्धा सडक़ में पड़े अजगर से कुछ दूर खड़ा था। राह चलते बाइक सवार सहित हम लोगों ने हल्ला करके उसे भगाया। इसके बाद कौतूहलवश हम कार की लाइट बंद कर कुछ दूर हटकर खड़े हो गये। कुछ देर बाद झुरमुट से निकल कर लकड़बग्घा सडक़ के दूसरी ओर चला गया और तुरंत वापस वहीं आते दिखा। हमने कार की लाइट जला कर वीडियो ऑन कर दिया और उसके बाद का दृश्य कैमरे में कैद कर लिया। तीनों ने बताया कि जिस बड़े से अजगर को लकड़बग्धा उठा कर ले गया, वह शायद किसी वाहन की चपेट में आकर मरा पड़ा था। काफी बड़े साइज का लकड़बग्धा था। ऐसा लकड़बग्धा हमने पहली बार देखा। चंडी पहाड़ी से लगे क्षेत्र में भालुओं की आमद रफ्त तो सामान्य बात है। लेकिन इस क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के वन प्राणियों की उपस्थिति भी है। चूंकि अभी धान की फसल कटाई का दौर चल रहा है। अत: छोटे वन प्राणियों को खेतों में चूहों आदि अन्य मासांहार भोजन आसानी से दिखता, मिलता है। जिसके चलते शाम और सुबह वन्यजीव इधर-उधर विचरण करते दिखते हैं। अत: इस मार्ग पर चलने वालों के लिये एहतियात जरूरी है।