‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 12 नवम्बर। मंगलवार को एकादशी पर परम्परानुसार भगवान विष्णु की उपासना की गई एवं तुलसी की विशेष पूजा-अर्चना हुई।
श्रद्घालु महिलाओं ने उपवास रखा। संध्या दीप प्रज्जवलन उपरांत तुलसी चौरा में गन्ना व फल मिष्ठïान अर्पित किए गए। द्वार पर गोबर से लीपकर रंगोलियां सजाई गई। गन्ने के मंडप में तुलसी और शालिग्राम का विवाह रचाया गया। श्रृंगार सामग्री चूड़ी बिंदी, वस्त्र, सिंदूर, आभूषण अर्पित किए गए।
स्थानीय श्री राम मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु महिलाओं ने पहुंचकर विधि-विधान से तुलसी पूजन किया। कार्तिक अमावस्या को तुलसी की जन्मतिथि मानी गई है।
एकादशी व्रत का विशेष महात्म्य है। इस दिन भगवान हरि को जगाने के लिए कीर्तन, वाद्य, नृत्य और पाठ किया जाता है। धूप, दीप, नैवेद्य, फल और अध्र्य से पूजा कर प्रार्थना की जाती है।