महासमुन्द
महासमुंद, 7 नवंबर। जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर जिले में निवासरत जनजातीय समुदाय के बैगा, गुनिया, सिरहा, वैद्य जैसे परंपरागत उपचारक अपनी प्राचीन विधियों और प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से जड़ी-बूटियों द्वारा किए जाने वाले विभिन्न रोगों के निदान और उपचार के अनुभव साझा करेंगे। इस आयोजन के तहत 2 दिवसीय सेमीनार,वर्कशॉप, जड़ी-बूटियों का प्रदर्शन और दस्तावेजीकरण किया जाएगा।
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास ने बताया कि कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जिले के सभी बैगा, गुनिया, सिरहा और वैद्य जो परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों का ज्ञान रखते हैंए से अनुरोध है कि वे अपने उपचारित रोगों के नाम,उपचार की विधियांए और जड़ी-बूटियों की जानकारी के साथ आवेदन करें। आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 8 नवंबर दोपहर 3 बजे तक है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए आदिवासी विकास विभाग महासमुंद से सम्पर्क कर सकते हैं।