बस्तर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 18 सितंबर। बस्तर जिले के बास्तानार ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले कन्या आश्रम बाग मुंडी पनेड़ा के बच्चों के आंसुओं की झड़ी उस समय शुरू हो गई, जब वहां की अधीक्षिका ने इस्तीफा दे दिया। अधीक्षिका को जाने से रोकने कन्या आश्रम की छात्राओं ने गेट में ताला लगा दिया, 4 दिन के बाद आखिर अधीक्षिका ने अपना सामान लेकर वहां से चली गई।
बताया जा रहा है कि बास्तानार ब्लॉक के 100 सीटर कन्या आश्रम बागमुंडी पनेड़ा में 2020 में अधीक्षिका सुखमती मौर्य ने पदभार लिया था, इन 4 सालों में सुखमती मौर्य से बच्चों को इस कदर लगाव हो गया कि बच्चों ने उसे अपना परिवार का हिस्सा बना लिया था, अपना हर दुख सुख में अपना समझ हर बातों से लेकर बात करते थे, लेकिन अचानक 4 साल के बाद अधीक्षिका ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
अधीक्षिका के द्वारा इस्तीफा दिए जाने का पता चलते ही छात्राओं के द्वारा रोना शुरू हो गया, 4 दिनों तक छात्राओं ने आश्रम के मुख्य द्वार में ताला लगाकर उसे जाने से रोक दिए। बच्चों का अधीक्षिका के प्रति प्रेम इस कदर बढ़ा हुआ था कि छात्राओं का रो रोकर बुरा हाल हो गया था। आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा था, कोई अधीक्षिका के पैर पकड़ उसे जाने से रोक रहा था तो कोई उसे गले लगाकर अपने प्यार का इजहार कर रहा था, कोई भी नहीं जान पाया कि आखिर अधीक्षिका के द्वारा इस्तीफा क्यों दिया गया?
बच्चों के इस प्यार को वीडियो सोशल मीडिया में काफी वायरल हुआ, जिसके बाद इस आश्रम में एक नई अधीक्षिका की नियुक्ति भी कर दी गई है, लेकिन उसने अब तक यहां पर आकर कोई भी चार्ज नहीं लिया है।