कोरबा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 18 जुलाई। नाबालिगों में अपराध की बढ़ती प्रवृत्ति का नमूना तब देखने को मिला जब कोरबा पुलिस ने एक ही दिन में तीन अलग-अलग मामलों में 12 अवयस्क लडक़ों को हिरासत में लिया। चोरी के मामले में शामिल बच्चों को उनके परिजनों को समझा बुझाकर सौंप दिया गया है। हत्या की कोशिश और रेप में शामिल नाबालिगों को किशोर न्याय बोर्ड में पेश किया गया।
बीते 16 जुलाई को रात लगभग 8 बजे करतला थाने के नोनबिर्रा ग्राम में एक नाबालिग अपने भाइयों के साथ एक धार्मिक कार्यक्रम में जलाए गए अलाव को देखने के लिए गया था। इसी बीच 8 बालकों ने उसे अलाव में जबरदस्ती करते हुए धकेल दिया और भाग गए। आहत नाबालिग को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करतला में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बीएनएस की धारा 109, 191 तथा 190 के तहत अपराध दर्ज कर सभी 8 बालकों को हिरासत में लिया और किशोर न्याय बोर्ड में पेश किया। इधर बालको नगर में एक अपचारी बालक के पास से चोरी का मोबाइल फोन बरामद किया गया। बाद में उसने बताया कि वह और उसके दो साथी मोबाइल दुकानों से मोबाइल फोन चुरा लेते हैं। पुलिस ने परिजनों से लिखित में आश्वासन लिया और तीनों नाबालिगों को उनके सुपुर्द कर दिया। कोरबा जिले की मोरगा पुलिस चौकी में एक नाबालिग को नाबालिग लडक़ी के साथ रेप करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पिता ने अपनी बेटी के गायब होने की पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद 24 घंटे के भीतर आरोपी नाबालिग को खोज लिया।
उसके पास नाबालिग लडक़ी भी थी, जिसे परिजनों के सुपुर्द किया गया है। आरोपी को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष प्रस्तुत किया गया। चोरी के मामले में पकड़े गए तीन नाबालिगों को छोडक़र बाकी 9 को बोर्ड के सामने प्रस्तुत किया गया था। उन्हें संप्रेक्षण गृह दाखिल कराया गया है।