धमतरी

पटवारियों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी
09-Jul-2024 3:19 PM
पटवारियों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 9 जुलाई।
बात बात पर निलंबन या अपराध दर्ज किए जाने, भुइयां में सभी तरह की पाबंदी लगाने, कंप्यूटर, इंटरनेट भत्ता एवं कार्यालय देने जैसी निहायत जरूरी मांगों और समस्याओं के निराकरण नहीं होने से परेशान प्रदेश के पटवारी सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं।

धमतरी जिला अंतर्गत कुरूद तहसील के पटवारी दूसरे दिन में हड़ताल पर रहे। जिलाध्यक्ष जीवराखन कश्यप ने कहा कि सभी काम ऑनलाइन होने के बाद भी बिना कंप्यूटर, लेपटॉप, नेट भत्ता दिए बिना काम लेने, तहसील के भुइयां कक्ष में एक भी कंप्यूटर और नेट व्यवस्था नहीं होने साथ ही हर ऑनलाइन से जुड़े काम को तत्काल पूरा किए जाने का निरंतर दबाव और मानसिक प्रताडऩा उच्च अधिकारियों द्वारा पटवारियों को दिया जाता है। जिसके कारण जनता का काम सही ढंग से नहीं हो पाता। लेकिन ऊपर के अधिकारी सुनना ही नहीं चाहते। इसलिए हमने हड़ताल का रास्ता चुना।

हमें पता है कि हड़ताल में जाने से बच्चों के आय जाति निवास के काम के साथ साथ किसानों के फौत नामांतरण, खाद ऋण के लिए खाते के सत्यापन, बैंक कार्य आदि के काम बुरी तरह प्रभावित होगा, लोग अभी से हड़ताल पंडाल के इर्द गिर्द पटवारी के हस्ताक्षर के लिए घूमते दिख रहे हैं। संघ से जुड़े अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि शासन ने सुधार के नाम पर पटवारियों का सारा अधिकार खत्म कर दिया है। लेकिन जनता की अपेक्षा आज भी पटवारी के प्रति बनी हुई है।

भुइयां का पूरा संचालन आयुक्त कार्यालय रायपुर में बैठे प्रोग्रामर लोग कर रहे हैं और जिम्मेदार पटवारी को माना जाता है। इन्हीं दिक्कतों के निराकरण हेतु हमें अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाना पड़ा है।

इस मौके पर जीवराखन कश्यप, वीरेंद्र बैस, लक्ष्मण नरेटी, लीलेश सोम, अंजली मत्स्यपाल, शशि साहू, मनीषा नागरे, रेवती साहू, रजनी आनेश्वरी, राज निषाद, पाल सिंह ध्रुव, लालजी ध्रुव, संजय चंद्राकर, खोवाराम साहू, लोकेश निर्मलकर, धनंजय सिंग, राजेश चंद्राकर, रामरतन ध्रुव, दशरथ बंजारे, भूपेंद्र ध्रुव आदि पटवारी मौजूद थे।
 


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