राजनांदगांव

डॉक्टर और अस्पताल संचालक भेजे गए जेल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 21 जून। गैंगरेप की शिकार एक नाबालिग का गर्भपात कराने के मामले में पुलिस ने एक नर्सिंग होम की डॉक्टर और संचालक पति को जेल भेज दिया है। अदालत के आदेश पर दोनों को जेल दाखिला करा दिया गया है। गुरूवार को गैंदाटोला पुलिस ने महिला चिकित्सक और उसके पति को न्यायालय में पेश किया। दोनों को अदालत ने न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।
मिली जानकारी के अनुसार गैंदाटोला में मानसिक रूप से बीमार नाबालिग के साथ गैंगरेप की शिकायत पुलिस तक पहुंची थी। दो आरोपियों द्वारा नाबालिग के साथ लगातार रेप करने की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। रेप की वजह से नाबालिग गर्भवती हो गई। इसके बाद शहर के जय तुलसी नर्सिंग होम में नाबालिग को गर्भपात कराया गया। नर्सिंग होम के संचालक अमोलक जैन और उनकी पत्नी डॉ. विजय श्री जैन ने गर्भपात कराया।
पुलिस का कहना है कि जैन दंपत्ति ने नाबालिग का गर्भपात कराने के बाद 26 सप्ताह के भ्रूण को भी नष्ट कर दिया। दंपत्ति पर गैरकानूनी तरीके से भू्रण हत्या, रेप में पॉस्को के हत्या को नष्ट कर साक्ष्यों को मिटाने का गंभीर मामला सामने आया। गैंदाटोला पुलिस ने इस मामले में ठोस सबूतों के आधार पर जैन दंपत्ति को गिरफ्तार किया। पुलिस को बयान में पीडि़ता ने बताया कि किशोरी का पहले सोनोग्राफी कराया गया। रिपोर्ट देखने के बाद अस्पताल के संचालक अमोलक जैन ने नाबालिग के पेट में बच्चा खराब होने की जानकारी देकर गर्भपात के लिए सुझाव दिया। इसके बाद 23 अप्रैल 2024 को नाबालिग का गर्भपात किया गया। नर्सिंग होम में ऑपरेशन के कुछ घंटे बाद नाबालिग को घर भेज दिया गया। लगातार रक्तस्राव होने के बावजूद अस्पताल से नाबालिग को परिजनों के साथ घर जाने कहा गया। इसके बाद परिजनों ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराया। बताया जाता है कि अक्टूबर 2023 से लगातार नाबालिग के साथ सौरभ कंवर और डोमन कंवर नाबालिग का दैहिक शोषण कर रहे थे। ज्ञात हो कि कुछ दिन पूर्व जय तुलसी नर्सिंग होम का तीन महीनेे के लिए सीएमएचओ कार्यालय ने लाईसेंस भी रद्ध कर दिया था।