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वेदांता एल्यूमिनियम ने कोल माइलिंग में ब्लास्टिंग क्लीयरेंस और रियल-टाईम मॉनिटरिंग के लिए एआई ड्रोन पेश किया
20-Feb-2025 3:20 PM
वेदांता एल्यूमिनियम ने  कोल माइलिंग में ब्लास्टिंग क्लीयरेंस और रियल-टाईम मॉनिटरिंग के लिए एआई ड्रोन पेश किया

रायपुर, 20 फरवरी। वेदांता एल्यूमिनियम ने ओडिशा में अपनी जामखानी कोयला खदान में ब्लास्टिंग क्लीयरेंस और डेंजर जोन मॉनिटरिंग के लिए अपना पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) संचालित ड्रोन-आधारित समाधान पेश किया है। वेदांता के स्पार्क के साथ सहयोग करते हुए, यह प्रोजेक्ट खनन कार्यों में सुरक्षा उपायों की एक महत्वपूर्ण उन्नति है।

आधुनिक सॉफ्टवेयर से लैस, एआई-संचालित ड्रोन 500 मीटर के ब्लास्टिंग जोन के आसपास मनुष्यों, जानवरों और वाहनों की हरकतों को रियल-टाईम में एरियल व्यू और ऑटोमेटिक रूप से कैप्चर करता है। अधिकारी दूर से ही ऑपरेशन की निगरानी कर सकते हैं। जामखानी कोयला खदान ओडिशा में वेदांता की पहली ग्रीनफील्ड कोयला खदान जिसमें एल्यूमिनियम स्मेल्टरों में से एक वेदांता के झारसुगुडा प्लांट की ईंधन आवश्यकताओं को पूरा करता है।  वेदांता एल्यूमिनियम के सीओओ सुनील गुप्ता ने कहा, ’’वेदांता एल्यूमिनियम में सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाती है। खदानों में खनन सुरक्षा प्रोटोकॉल में एआई-संचालित ड्रोन को शामिल किया गया है।

कोल माइंस के सीईओ डेविड स्टोन ने कहा, ’’ड्रोन आधारित निगरानी प्रणाली की शुरुआत ने खदान सुरक्षा में एक नया मानक स्थापित किया है। रियल-टाईम निगरानी और त्वरित संचार क्षमता प्रदान करके, यह हमारी टीमों को परिस्थितिजन्य जागरुकता में बढ़ोतरी के साथ जोखिम शमन रणनीतियों के साथ सशक्त बनाता है।

वेदांता एल्यूमिनियम खनन क्षेत्र में सुरक्षा, दक्षता और स्थिरता को बढ़ाने वाली उन्नत तकनीकों को अमल में लाकर नवाचार को आगे बढ़ा रही है। स्पार्क प्रोग्राम प्रमुख प्रचालन क्षेत्रों की पहचान करने, 70 से अधिक स्टार्टअप शुरु करने और 100 से अधिक परियोजनाओं को लागू करने के लिए वेदांता एल्यूमिनियम टीम के साथ सक्रिय रूप से काम कर रहा है। एआई, रोबोटिक्स, आईओटी और स्मार्ट सुरक्षा समाधान जैसी तकनीकों का लाभ उठाकर, मैन्युफैक्चरिंग को बदलने के लिए इनोवेशन को आगे बढ़ा जा रहा है।’


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